सचिन वझे केस: Uddhav Thackeray ने बुलाई अधिकारियों की बैठक, BJP ने की मुख्यमंत्री-गृह मंत्री के नार्को टेस्ट की मांग
सचिन वझे केस में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने आज लॉ एंड ज्यूडिशरी से जुड़े बड़े अधिकारियों की बैठक बुलाई है. वहीं भारतीय जनता पार्टी नेता राम माधव ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अलावा गृह मंत्री अनिल देशमुख के नार्को टेस्ट कराने की मांग की है.
मुंबई: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों ने राज्य में राजनीतिक हलचल है और इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने आज लॉ एंड ज्यूडिशरी से जुड़े बड़े अधिकारियों की बैठक बुलाई है. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अलावा गृह मंत्री अनिल देशमुख के नार्को टेस्ट कराने की मांग की है.
नार्को टेस्ट कराते हुए तुरंत इस्तीफा दें: राम कदम
बीजेपी नेता राम कदम (Ram Kadam) ने ट्वीट कर कहा, 'हम पुनः मांग करते हैं, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत गृह मंत्री अनिल देशमुख दोनों स्वयं का नार्को टेस्ट कराते हुए तुरंत इस्तीफा दें और अपने दामन की सच्चाई बयां करें. हो जाने दो दूध का दूध और पानी का पानी.' उन्होंने अन्य ट्वीट में कहा, 'वझे केस के संदर्भ में आज सुबह 11 बजे मैं मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नागरले से मिलूंगा. कई रहस्यों के खुलासे के बाद अब सरकार के बचने को कोई रास्ता नहीं बचा है.'
ये भी पढ़ें- कैसे सुलझी मनसुख हिरेन के मर्डर की गुत्थी, ATS ने एक-एक कर ऐसे जोड़े तार
उद्धव ठाकरे ने बुलाई अधिकारियों की बैठक
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने आज (सोमवार) शाम 4.30 बजे अपने आवास पर राज्य के कानून और न्याय विभाग से जुड़े अधिकारियों की समीक्षा बैठक बुलाई है.
लाइव टीवी
पूर्व पुलिस कमीश्नर ने लगाए थे गंभीर आरोप
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का आरोप है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) चाहते थे कि पुलिस अधिकारी बार और होटलों से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करके उन्हें पहुंचाएं. आरोपों के बाद दिल्ली में शरद पवार के घर पर एनसीपी की बैठक हुई, जिसमें एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल, अजित पवार, सुप्रिया सुले और जयंत पाटिल शामिल हुए. बैठक के बाद शरद पवार ने कहा कि परमबीर सिंह की चिट्ठी में लगाए गए आरोप गंभीर जरूर हैं, लेकिन इसमें कोई सबूत नहीं दिया गया है. इन आरोपों की गहन जांच की जरूरत है और उद्धव ठाकरे इस मामले में आखिरी फैसला लेंगे.