महिला दिवस पर पीएम मोदी का ट्वीट, `नारी शक्ति को शत्-शत् नमन, हमें आपकी उपलब्धियों पर गर्व है`
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नारी शक्ति को सलाम करते हुए कहा कि हमें महिलाओं की सफलता पर गर्व है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नारी शक्ति को सलाम करते हुए कहा कि हमें महिलाओं की सफलताओं पर गर्व है. उन्होंने ट्वीट किया, 'महिला दिवस के अवसर पर नारी शक्ति को शत्-शत् नमन. हमें हमारी नारी शक्ति की उपलब्धियों पर अत्यंत गर्व है.' एक अन्य ट्वीट में पीएम ने लिखा, 'नए भारत के निर्माण में अग्रसर नारी शक्ति.' पीएम मोदी ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा, 'अपने कई आदर्श और अनुकरणीय कार्यों से काफी महिलाओं ने मानवता के इतिहास में अमिट छाप छोड़ी है. वे सभी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देते रहे हैं. मैं आपसे उन कुछ महिलाओं के बारे में लिखने के लिए कहता हूं, जिनसे आपको प्रेरणा मिलती है. #SheInspiresMe'
एक ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'महिला विकास से आगे बढ़कर आज भारत का मंत्र है - महिलाओं के नेतृत्व में विकास.'
वहीं दूसरी ओर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी है. राष्ट्रपति ने महिलाओं को परिवार और देश के लिए प्रेरणास्रोत बताया.
उन्होंने लिखा, उन्होंने लिखा, 'भारत और पूरी दुनिया की महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई. महिलाएं समाज को स्थिरता देती हैं; अपने परिवारों और हमारे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है. आइये हम एक ऐसे भविष्य का निर्माण करें जिसमे हर एक महिला अच्छे भविष्य के सपने देखे और उन्हें साकार करे.'
संतुलित विकास के लिए महिलाओं की समान भागीदारी आवश्यक- सीएम वसुंधरा राजे
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर प्रदेश की सभी महिलाओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं. राजे ने अपने संदेश में कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व में महिलाएं अपनी योग्यता के दम पर विभिन्न क्षेत्रों में पहचान स्थापित कर रही हैं. संतुलित विकास के लिए अतिआवश्यक है कि सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक सहित सभी क्षेत्रों में महिलाओं की समान भागीदारी सुनिश्चित हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार महिला सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध है. इसके लिए सरकार ने भामाशाह तथा मुख्यमंत्री राजश्री जैसी योजनाएं चला रखी हैं. लैंगिक अनुपात सुधारने के लिए राज्य में पीसीपीएनडीटी अधिनियम के क्रियान्वयन की सराहना राष्ट्रीय स्तर पर की गई है. ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना के अंतर्गत भी राज्य में उल्लेखनीय कार्य हुआ है.