आतंकी हमले में गई पिता-चाचा की जान, अब बीजेपी ने किश्तवाड़ से दिया टिकट; कौन हैं Shagun Parihar?
Who is Shagun Parihar: शगुन परिहार जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक गलियों में एक चर्चित नाम बन गई हैं. वह भाजपा के दिवंगत नेता अनिल परिहार की भतीजी हैं. अनिल परिहार की 2018 में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकियों ने हत्या कर दी थी. इस हमले में शगुन परिहार के पिता अजीत परिहार की भी जान चली गई थी.
Shagun Parihar Family: जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. BJP ने अपने 16 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है, जिसमें किश्तवाड़ से शगुन परिहार को मैदान में उतारा गया है. शगुन परिहार इस सूची में एकमात्र महिला प्रत्याशी हैं, जिनकी उम्मीदवारी पर पूरे राज्य की नजरें टिकी हुई हैं.
कौन हैं शगुन परिहार?
शगुन परिहार जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक गलियों में एक चर्चित नाम बन गई हैं. वह भाजपा के दिवंगत नेता अनिल परिहार की भतीजी हैं. अनिल परिहार की 2018 में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकियों ने हत्या कर दी थी. इस हमले में शगुन परिहार के पिता अजीत परिहार की भी जान चली गई थी. अनिल परिहार का क्षेत्र में खासा प्रभाव था और वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक सक्रिय सदस्य थे.
2008 में उन्हें पैंथर्स पार्टी ने चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन वह चुनाव नहीं जीत पाए थे. बाद में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया और डोडा, किश्तवाड़, रामबन में पार्टी को मजबूत करने का काम किया. उनकी हत्या के बाद से भाजपा को इस क्षेत्र में बड़ा झटका लगा था.
टिकट मिलने पर परिहार ने कहा, 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं इस तरफ (राजनीति में) आ सकती हूं. लेकिन देखिए, चीजें कैसे आपकी किस्मत बदल देती हैं. यह हम सभी के लिए बहुत भावुक क्षण है, जब पार्टी ने मेरी उम्मीदवारी की घोषणा की है.'
कर रहीं PHD की पढ़ाई
इलेक्ट्रॉनिक्स में डॉक्टर ऑफ फिलॉस्फी की पढ़ाई कर रहीं परिहार ने कहा कि वह अभी तक सक्रिय राजनीति में शामिल नहीं थीं, हालांकि उनके चाचा जिले में भाजपा के सीनियर नेता थे. परिहार ने कहा कि उन्होंने छात्र जीवन में जमीनी स्तर पर कुछ समय काम किया था. परिहार ने किश्तवाड़ विधानसभा क्षेत्र से उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने के लिए भाजपा नेतृत्व का आभार जताया. जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में पहले चरण में मतदान होना है.
परिहार ने कहा, 'मैं प्रदेश से लेकर केंद्र तक भाजपा नेतृत्व के प्रति बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे इस क्षेत्र के लोगों की सेवा करने का मौका दिया. मैं विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आभारी हूं. मुझे विश्वास है कि किश्तवाड़ के लोग किश्तवाड़ की इस बेटी को पूरे दिल से अपनाएंगे. वे अपनी बेटी को निराश नहीं करेंगे.'
'शांति-सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता'
शगुन परिहार ने आगामी चुनावों के लिए शांति और सुरक्षा को अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता बताया. उन्होंने कहा, 'विकास और प्रगति के लिए सुरक्षा और शांति सुनिश्चित करना जरूरी है. इसलिए, मेरा ध्यान क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और प्रगति सुनिश्चित करने पर रहेगा.'
इलेक्ट्रॉनिक्स में मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी कर चुकीं परिहार ने रोजगार को एक बड़ा मुद्दा बताया और शिक्षित युवाओं को रोजगार मुहैया कराने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा, 'किश्तवाड़ में जारी बड़े प्रोजेक्ट्स के मद्देनजर यहां बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार लाना बेहद अहम है.' परिहार ने कहा, 'किश्तवाड़ का हर निवासी क्षेत्र के विकास को आगे बढ़ाने में मेरा मार्गदर्शन और समर्थन करेगा. यह एक भावनात्मक क्षण है.'
धारा 370 हटने के बाद पहली बार चुनाव
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद यह पहली बार है जब विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान होगा. चुनाव आयोग ने 16 अगस्त को चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था. मतदान 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को होगा, जबकि मतगणना 4 अक्टूबर को होगी.
BJP की यह पहली सूची इस बात की ओर इशारा करती है कि पार्टी जम्मू-कश्मीर में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है. शगुन परिहार और अन्य प्रत्याशियों की उम्मीदवारी ने चुनावी माहौल को और भी रोमांचक बना दिया है. अब देखना होगा कि भाजपा की यह रणनीति उसे चुनावी जीत दिलाने में कितनी कारगर साबित होती है.
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