Har Ghar Tiranga: भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है. इस बार उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर केंद्र पर बड़ा आरोप लगाया है. दरअसल उन्होंने एक वीडियो ट्वीट कर केंद्र पर गरीबों पर जबरदस्ती तिरंगा खरीदने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है. इस वीडियो में कई लोगों का आरोप है कि जब वे राशन लेने दुकान पर गए तो उन्हें 20 रुपये में राष्ट्रीय ध्वज खरीदने के लिए मजबूर किया गया.


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अपनी ही सरकार पर हमलावर वरुण गांधी


कई मुद्दों पर अपनी पार्टी पर निशाना साधने वाले पीलीभीत के सांसद ने ट्विटर पर एक पोस्ट के साथ वीडियो शेयर किया और लिखा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा कि आजादी की 75 वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने का जश्न गरीबों के लिए बोझ बन जाए.' उन्होंने आगे कहा कि 'राशन कार्ड धारकों को राष्ट्रीय ध्वज खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है या अनाज से वंचित किया जा रहा है जिसके वे हकदार हैं. आजादी की 75वीं वर्षगांठ का उत्सव गरीबों पर ही बोझ बन जाए तो दुर्भाग्यपूर्ण होगा.'


तिरंगा खरीदने के लिए किया जा रहा मजबूर?


वरुण गांधी ने कहा कि राशनकार्ड धारकों को या तिरंगा खरीदने पर मजबूर किया जा रहा है या उसके बदले उनके हिस्से का राशन काटा जा रहा है. हर भारतीय के हृदय में बसने वाले तिरंगे की कीमत गरीब का निवाला छीन कर वसूलना शर्मनाक है. हरियाणा के करनाल में एक न्यूज पोर्टल द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में, लोग आरोप लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं कि जब वे एक सरकारी डिपो में राशन लेने गए तो उन्हें 20 रुपये का भुगतान करने और राष्ट्रीय ध्वज खरीदने के लिए मजबूर किया गया.



राशन डीलर की विवशता?


वीडियो में राशन डिपो का कर्मचारी यह कहते देखा जा सकता है कि उसे आदेश मिला था कि राशन लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति को झंडा 20 रुपये में खरीदना होगा और इसे अपने घरों में लगाना होगा. उसने कहा कि हमें कहा गया है कि जो कोई भी झंडा खरीदने से इनकार करता है उसे राशन न दें. हमें वही करना होगा जो हमें करने का आदेश दिया गया है.


डिपो मालिक का लाइसेंस निलंबित


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद डिपो मालिक का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया. उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि लोगों को गुमराह करने के आरोप में डिपो मालिक के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर ऐसी कोई घटना होती है तो प्रशासन को सूचित करें. उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए राशन डिपो में राष्ट्रीय ध्वज बेचे जा रहे हैं, और वे चाहें तो उन्हें खरीद सकते हैं.



वरुण कई बार कर चुके हैं केंद्र की आलोचना


वरुण गांधी ने इससे पहले बुजुर्गों को रेलवे रियायत को खत्म करने के सरकार के कदम, पैकेज्ड खाद्य पदार्थों पर जीएसटी की शुरुआत और सशस्त्र बलों के लिए केंद्र की नई भर्ती योजना, 'अग्निपथ' की आलोचना की थी.


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