मुंबई: जलगांव जिले में शिवसेना (Shiv Sena) की एक रैली में संजय राउत (Sanjay Raut) ने चौंकाने वाला बयान दिया है. संजय राउत ने कहा, 'बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की सरकार के दौरान उनके साथ गुलाम जैसा व्यवहार किया गया.' संजय राउत के इस बयान से BJP-Shiv sena का विवाद और बढ़ने की संभावना है.


राउत के बयान से बढ़ेगा विवाद


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जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बीच बैठक के बाद शिवसेना-भाजपा के 'पुनर्मिलन' की संभावनाओं पर बात हो रही है, वहीं राउत के बयान से भाजपा और शिवसेना के बीच जुबानी जंग और तेज हो सकती है. राउत ने आरोप लगाया कि 'भाजपा-शिवसेना गठबंधन की देवेंद्र फडणवीस सरकार के दौरान पिछले 5 सालों में जब हम सत्ता में थे तब शिवसेना को खत्म करने के लिए एक सचेत प्रयास किया गया था. 5 साल सत्ता में रहने के बावजूद हम गुलाम रहे.' 


CM शिवसेना का ही रहेगा


दूसरी तरफ शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार में मुख्यमंत्री का पद 5 साल के कार्यकाल में शिवसेना के पास ही रहेगा और यह कुछ ऐसा है जिस पर कोई ‘समझौता’ नहीं किया जा सकता. राज्य में भाजपा की पुरानी सहयोगियों में से एक शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद साझा करने के मुद्दे पर भाजपा का साथ छोड़ दिया था और NCP और कांग्रेस के साथ 2019 में हाथ मिलाकर एमवीए सरकार बनाई थी.


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कांग्रेस नेता पटोले के बयान पर दी प्रतिक्रिया


नासिक में संजय राउत ने कहा, ‘एमवीए सरकार में शिवसेना के पास ही मुख्यमंत्री का पद रहेगा. यह प्रतिबद्धता है और इस पद को शेयर नहीं किया जा सकता है. इस पर कोई समझौता नहीं होगा.’ राउत दरअसल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. पटोले ने कहा था कि 2024 के विधान सभा चुनाव के बाद कांग्रेस राज्य की बड़ी पार्टी होगी. राउत ने कहा कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें यह कहा जा रहा है कि पटोले मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. किसी भी पद पर पहुंचने की इच्छा रखने में कोई बुराई नहीं है. सभी पार्टियों में कई नेता दावेदार हैं. कांग्रेस में कई नेता देश का नेतृत्व करने में भी सक्षम हैं.


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