Shraddha murder case: पॉलीग्राफी टेस्ट और नार्को टेस्ट से गुजरने के बाद श्रद्धा हत्याकांड का आरोपी आफताब अमीन पूनावाला तिहाड़ में दिन बिता रहा है. उसने जेल अधिकारियों से अंग्रेजी नॉवेल पढ़ने की इच्छा जाहिर की. उसने किताब मांगी. उसकी इस डिमांड पर तिहाल जेल अधिकारियों ने उसे 'द ग्रेट रेलवे बाजार' (The great railway bazaar) नाम की नॉवेल की एक कॉपी दी. दिलचस्प बात ये है कि जेल के अंदर पढ़ने के लिए पुलिस ने उसे अमेरिकी उपन्‍यासकार पॉल थेरॉक्स का यात्रा वृत्तांत 'द ग्रेट रेलवे बाजार: बाय ट्रेन थ्रू एशिया' किताब दी है.


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सूत्रों के मुताबिक, जेल अधिकारियों ने उसे ये किताब इसलिए दी क्योंकि यह क्राइम पर आधारित नहीं है और इसमें ऐसी सामग्री नहीं है जो उसे दूसरों को या खुद को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रेरित कर सके. पुलिस के मुताबिक आफताब जेल में ज्यादातर समय शतरंज खेलता है.


जेल अधिकारियों के मुताबिक, आफताब कभी-कभी अकेले तो कई बार जेल में मौजूद अन्य कैदियों के साथ शरतंज खेलता नजर आता है. सूत्रों के मुताबिक, आफताब अपने जेल के सेल में मौजूद दो अन्य कैदियों के साथ समय बिताता है, वो उनके शतरंज के खेल को ध्यान से देखता है और जब भी उसे मौका मिलता है वह दोनों ओर से चाल चलने लगता है. सूत्रों ने कहा कि वह अकेला खेलने वाला खिलाड़ी है और खुद दोनों तरफ की रणनीति बनाता है और खेलता है.


पुलिस उसके बर्ताव से कंफ्यूज


जेल सूत्रों ने यह भी बताया कि आफताब बहुत शातिर है. उसकी हर चाल एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा लगती है जैसे कि वह दोनों तरफ से अकेले खेल रहा हो. पुलिस ने बताया कि उसे जो कहा गया वो किया, जो पूछा गया उसका खुलकर जवाब दिया. उसके चेहरे पर किसी प्रकार का मलाल नहीं था. 


उसने अपना अपराध कबूल किया, पुलिस के साथ सहयोग किया और पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट के लिए राजी हो गया. लेकिन अब पुलिस को उसके 'अच्छे' व्यवहार पर शक होने लगा है. आफताब के 'आज्ञाकारी' व्यवहार के अलावा दिल्ली पुलिस उसके 'अभ्यस्त' जवाबों पर शक कर रही है.


अधिकारियों ने कहा, 'आफताब का व्यवहार और अच्छा आचरण सवालों के घेरे में है. हर सवाल का एक जैसे उत्तर कैसे हो सकते हैं? ऐसा लगता है कि आरोपी ने पहले ही उत्तर देने की प्रैक्टिस कर ली थी.'


ब्रेन मैपिंग की तैयारी में पुलिस


पूछताछ के दौरान, आफताब ने कबूल किया कि उसने श्रद्धा के शरीर के टुकड़े करने के लिए एक चीनी चाकू का इस्तेमाल किया था. दिल्ली पुलिस आफताब के दिमाग को पढ़ने के लिए ब्रेन मैपिंग कर सकती है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है. पुलिस ने कहा, 'हम अभी डीएनए रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, उसके बाद ही ब्रेन मैपिंग टेस्ट पर विचार किया जाएगा.'


पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
शुरुआत में आफताब मुंबई पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था. लेकिन, मामला दिल्ली पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आने के बाद उसने अपना जुर्म कबूल करना शुरू कर दिया. पुलिस का कहना है कि उन्हें यह उसके प्लान के हिस्सा होने का संदेह है. जानकारी के अनुसार, जेल अधिकारियों ने आफताब पूनावाला के जेल क्वार्टर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है और उनके बैरक के बाहर एक अतिरिक्त गार्ड तैनात किया है.


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