Shraddha Murder Case Latest Update: अपनी लिवइन पार्टनर श्रद्धा (Shraddha) की क्रूर हत्या और उसके शव के 35 टुकड़े करने के आरोप में जेल में बंद आफताब पूनावाला (Aftab Poonawalla) फिलहाल तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में बंद हैं. लेकिन हरेक आम आदमी की तरह उसकी भी गुजरात और दिल्ली एमसीडी के चुनाव नतीजों के बारे में दिलचस्पी बनी हुई है. सूत्रों के मुताबिक आफताब ने सेल की सुरक्षा में तैनात जवानों से इन नतीजों के बारे में पूछा कि दोनों जगह किसकी सरकार बन रही है.  


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तिहाड़ की जेल नंबर-4 में बंद


सूत्रों के मुताबिक आरोपी आफताब पूनावाला (Aftab Poonawalla) को तिहाड़ जेल नंबर-4 में बंद किया गया है. कोई दूसरा कैदी उस पर हमला न कर दे, इसके चलते उसे जेल के एकांत सेल में रखा गया है. इस सेल के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिसके जरिए उस पर 24 घंटे निगाह रखी जाती है. साथ ही उस सेल के बाहर एक जवान 24 घंटे निगरानी के लिए तैनात रहता है. 


एकांत सेल में रखा गया आफताब


इस सेल में बंद कैदी को जल्दी से बाहर निकलने की परमीशन नहीं दी जाती. उस सेल में रहने वाले कैदी को भोजन भी पुलिस की मौजूदगी में ही दिया जाता है. बाकी कैदियों को उस कैदी से मिलने-जुलने की अनुमति नहीं दी जाती. सूत्रों के मुताबिक आफताब जब से इस सेल में आया है, वह एकदम नॉर्मल है और उस पर इस वीभत्स हत्याकांड को लेकर कोई पछतावा नहीं दिख रहा है.


राजनीति और पढ़ने में दिलचस्पी


तिहाड़ सूत्रों का कहना है कि आफताब (Aftab Poonawalla) को राजनीति और किताब पढ़ने में दिलचस्पी है. उसने सेल के बाहर तैनात जवान से दिल्ली एमसीडी और गुजरात असेंबली चुनावों के नतीजों के बारे में जानकारी हासिल की. जब उसे बताया गया कि नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे तो उसने फिर पूछा कि किसकी जीत के आसार लग रहे हैं. यही नहीं उसने तिहाड़ प्रशासन से अंग्रेजी का नॉवेल उपलब्ध कराने की भी मांग की. 


इस साल 18 मई को की थी हत्या


काफी सोच-विचार के बाद अफसरों ने फैसला लिया कि आफताब (Aftab Poonawalla) को अंग्रेजी नॉवेल तो दिया जाएगा, लेकिन वह कोई क्राइम बेस्ड नहीं हो. इसके बाद अफसरों ने उसे 'द ग्रेट रेलवे बाजार' नॉवेल पढ़ने को दी. वह अब रोजाना इस नॉवेल को धीरे-धीरे पढ़ रहा है. बताते चलें कि आफताब पूनावाला ने इसी साल 18 मई को अपनी लिवइन पार्टनर श्रद्धा (Shraddha) की गला घोंटकर हत्या कर दी थी. उसके बाद शव के 35 टुकड़े करके ठिकाने लगा दिया था.


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