नई दिल्ली: देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और हरियाणा की सीमा सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर हुई दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या के आरोपी सरबजीत को आज (शनिवार को) सोनीपत कोर्ट में पेश किया गया. क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी को लेकर कोर्ट पहुंची. कोर्ट ने सरबजीत को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. निहंग सिख सरबजीत ने कुंडली थाना पुलिस के सामने सरेंडर करके हत्या की वारदात को स्वीकार किया था.


18 से ज्यादा दलित संगठनों ने किया विरोध


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सिंघु बॉर्डर पर जिस तरह से दलित युवक लखबीर सिंह की बेरहमी से हत्या (Lakhbir Singh Murder) की गई इसको लेकर अब विरोध प्रदर्शन तेज होता जा रहा है. देश के 18 से ज्यादा दलित संगठन आज (शनिवार को) इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National Scheduled Cast Commission) के दफ्तर पहुंचे और ज्ञापन सौंपा.


दलित संगठनों ने जताई नाराजगी


दलित संगठनों ने सिंघु बॉर्डर पर दलित युवक की हत्या को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के चेयरमैन विजय सांपला से मुलाकात की. जिस तरह से सिंघु बॉर्डर पर एक दलित युवक की बर्बरता से हत्या की गई उसको लेकर दलित संगठनों में नाराजगी है.


ये भी पढ़ें- मुंबई ड्रग्स केस में NCB की रेड पर नवाब मलिक ने फिर साधा निशाना, लगाए ये आरोप


सिंघु बॉर्डर पर सीआईडी की रिपोर्ट


इसके अलावा सिंघु बॉर्डर हत्याकांड मामले में सीआईडी (CID) ने हरियाणा सरकार को रिपोर्ट सौंपी. सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन के लिए अभी भी करीब 225 निहंग सिख मौजूद है. उनके पास पारंपरिक हथियार हैं. निहंग सिख स्टेज सिंघु बॉर्डर के धरनास्थल पर मुख्य स्टेज पर मौजूद रहते हैं.


ये भी पढ़ें- मुर्दे से महज 3 फीट की दूरी पर 8 हफ्ते तक सोती रही महिला, खुलासा होने पर हुआ ऐसा हाल


जान लें कि लखबीर सिंह के शव को उनके परिजन पंजाब के चीमा गांव लेकर गए हैं. तीन डॉक्टरों के बोर्ड ने लखबीर सिंह का पोस्टमार्टम किया. पुलिस सिक्योरिटी के साथ मृतक लखबीर सिंह के शव को उनके गांव भेजा गया है.


सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को दलित युवक लखबीर सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. उसे किसान आंदोलन के मंच के पास मारा गया था. उसका एक हाथ काट कर शरीर से अलग कर दिया गया था. इसके अलावा उसका एक पैर भी काट दिया गया. इसके बाद लखबीर सिंह को उल्टा लटका दिया गया था.


LIVE TV