SP MP Shafiqur Rahman Barq statement on PFI Ban: यूपी के संभल जिले से समाजवादी पार्टी के विवादास्पद सांसद शफीकुर्रहमान (Shafiqur Rahman Barq) जब भी मुंह खोलते हैं, कोई न कोई विवाद खड़ा हो ही जाता है. अब उन्होंने बैन हो चुके संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की तरफदारी करते उसे देशभक्त संस्था बताया है. शफीकुर्रहमान ने आरोप लगाया कि मुसलमानों की आवाज को दबाने के लिए बीजेपी ने PFI को बैन किया है. लेकिन इससे वे झुकने वाले नहीं हैं बल्कि उनकी आवाज और बुलंद होगी. शफीकुर ने मांग की कि PFI के बजाय सरकार को RSS पर बैन लगाना चाहिए.


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'मुसलमानों का उत्पीड़न कर रही बीजेपी'



शफीकुर्रहमान (Shafiqur Rahman Barq) ने कहा, 'बीजेपी देश के मुसलमानों का उत्पीड़न कर रही है. उन्हें खौफजदा करने के लिए कई तरह की बातें फैलाई जा रही हैं. जिस PFI को देशविरोधी बताकर बैन किया गया है, उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं है. वे (PFI) कोई गद्दार नहीं है. वे इसी मुल्क के सम्मानित शहरी हैं. सरकार को अगर किसी को बैन करना ही है तो उसे RSS पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. RSS का काम जगह जगह मुसलमानों के साथ जुल्म करना ज्यादती करना है और वह अपने इस काम को बखूबी निभाता आ रहा है.'


'PFI के खिलाफ झूठा प्रोपेगैंडा'


सपा सांसद शफीकुर्रहमान (Shafiqur Rahman Barq) ने कहा, 'हरिद्वार और दूसरी जगहों पर हुई धर्मसंसद में साफ कहा गया, मुसलमानों का कत्लेआम किया जाए, उन्हें मारा जाए. वहां पर इतनी गैरजिम्मेदाराना बातें हुईं, जिससे हालात खराब होते हैं. फिर उन  पर बैन क्यों नहीं लगाया गया. असल में एक खास मंशा के साथ देशभर में मुसलमानों के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है. PFI के खिलाफ बैन भी ऐसा ही एक झूठा प्रोपेगैंडा है.' 


'शफीकुर्रहमान को तथ्यों की जानकारी नहीं'


शफीकुर्रहमान (Shafiqur Rahman) के इस बयान पर कानपुर से बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा,  'शफीकुर्रहमान को उन संगठनों के बारे में जानकारी नहीं है या उनका दृष्टिकोण संकुचित है. पीएफआई के लोग ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजे जाते हैं. पीएफआई विदेशों से पोषित संगठन है. उन्हें विदेशों से पैसा मिलता है. पीएफआई देश में केवल विध्वंस के काम के लिए जानी जाती है. जबकि RSS लोगों को जोड़ने का काम करती है. कोई भी आपदा आने पर संघ के स्वयंसेवक अग्रणी भूमिका निभाते हैं. आपातकाल और गांधी जी हत्या के बाद कांग्रेस आरएसएस पर बैन लगा चुकी है तब भी स्वयंसेवक डिगे नहीं थे. आरएसएस हर वर्ग को साथ में लेकर चल रहा है.'
 
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