Popular Front of India: यूपी के संभल से लोकसभा सासंद और सपा के सीनियर नेता डा. शफीकुर्रहमान बर्क ने PFI के खिलाफ हो रहे NIA के एक्शन पर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि NIA तो एक सामाजिक संगठन है. इस पर इस तरह कार्रवाई जुल्म है. उन्होंने PFI को मुसलमानों का मसाइल बताया.


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NIA की छापेमारी को बताया जुल्म


सपा सांसद ने कहा, 'पीएफआई एक संस्था है. एनआईए की छापेमारी करके उन पर जुल्म किया जा रहा है. उनका क्या जुर्म है. वह एक पार्टी है. वह एक संस्था चला रहे हैं. एक प्रोग्राम है. उनका पैसा और पार्टियां उनका प्रोग्राम चलाती हैं. तो उनका जुर्म क्या है. उनको क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है. 


'PFI से किसको खतरा'


शफीकुर्रहमान बर्क ने NIA की छापेमारी पर सवाल करते हुए कहा कि PFI से किसी को क्या खतरा है? उन्होंने कहा कि उनसे इस मुल्क या पार्टी को क्या खतरा हो गया है? कितनी पार्टी देश के अंदर चल रही है. यह तो गवर्नमेंट है. सियासत जिसे चाहे उसे गिरफ्तार कर लेती हैं. लेकिन यह तरीका ठीक नहीं है. पार्टी पर किस आधार पर पाबंदी लगाई है? उसका जुल्म क्या है? वह मुसलमान के मसाइलो की लड़ाई लड़ रहे हैं उनका जुल्म क्या है?