2014 में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाना चाहते थे फारूक अब्दुल्ला, पार्टी के पूर्व नेता का खुलासा
क्या फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) वर्ष 2014 में बीजेपी के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में साझा सरकार बनाना चाहते थे? फारूक अब्दुल्ला के पूर्व सहयोगी रहे देवेंद्र सिंह राणा (Devendra Singh Rana) ने इस संबंध में बहुत बड़ा खुलासा किया है.
जम्मू: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से अनुच्छेद-370 हटने के बाद लगाातार केंद्र सरकार के खिलाफ बयान देते आ रहे नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है. पार्टी के पूर्व विधायक देवेंद्र सिंह राणा (Devendra Singh Rana) ने दावा किया है कि वर्ष 2014 में फारूक अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर में बीजेपी के साथ गठबंधन सरकार बनाने के लिए तैयार थे.
फारूक अब्दुल्ला के पूर्व सहयोगी का खुलासा
देवेंद्र सिंह राणा (Devendra Singh Rana) अब नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. वे केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के छोटे भाई हैं. वे पिछले साल अक्टूबर में पूर्व मंत्री एस. एस. सलाथिया के साथ दिल्ली में बीजेपी में शामिल हुए थे.
देवेंद्र सिंह राणा राणा (Devendra Singh Rana) की यह टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वे वर्षों तक NC में बड़े पदों पर रहे हैं और पार्टी छोड़ने से पहले उमर अब्दुल्ला के राजनीतिक सलाहकार थे. देवेंद्र सिंह राणा 2011 में नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रांतीय अध्यक्ष भी रहे.
'बीजेपी के साथ सरकार बनाने की इच्छा'
डोडा में रविवार को आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए देवेंद्र राणा (Devendra Singh Rana) ने कहा, "2014 के विधानसभा चुनावों में जम्मू कश्मीर में त्रिशंकु विधान सभा बनी थी. उस दौरान NC के तत्कालीन नेतृत्व ने मुझे एक प्रतिनिधिमंडल के नेता के रूप में दिल्ली भेजा था. जिससे भाजपा को नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ सरकार बनाने के लिए राजी किया जा सके. हम भगवा पार्टी के साथ गठबंधन सरकार बनाने के लिए तैयार थे.'
राणा ने कहा कि पीडीपी ने बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए विधान सभा चुनाव लड़ा, लेकिन बाद में उसी पार्टी के साथ गठबंधन सरकार बनाई.
उमर अब्दुल्ला ने किया था ये दावा
इससे पहले NC के उपाध्यक्ष और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने दावा किया था कि वर्ष 2014 में बीजेपी के साथ सरकार बनाने पर उन्होंने पीडीपी संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद को आगाह किया था. उस वक्त उन्होंने कहा था कि ऐसा करना जम्मू कश्मीर के लिए एक 'त्रासदी' होगी.
ये भी पढ़ें- क्या मायावती बनने जा रहीं देश की अगली राष्ट्रपति? बसपा प्रमुख ने दिया जवाब
2014 के चुनाव में किसी को नहीं मिला था बहुमत
बताते चलें कि वर्ष 2014 के विधान सभा चुनाव में पीडीपी ने 28, भाजपा ने 25, NC ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं. इसके बाद मुफ्ती मोहम्मद सईद ने एक समारोह में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नेता भी शामिल हुए थे.
LIVE TV