मुंबई: कई दिनों की देरी के बाद मानसून के पहुंचने पर मुम्बई में शुक्रवार को पहली भारी मानसूनी बारिश हुई, लेकिन वर्षाजनित घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई और पांच घायल हो गए. शहर में पिछले 45 वर्षों में सबसे अधिक देरी से इस बार मानसून पहुंचा है.
मुंबईवासी जब सुबह जगे तब भारी बारिश उन्हें नजर आई. लेकिन कुछ घंटों की बारिश से उन्हें जलभराव, ट्रेनों की देरी, यातायात जाम जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ा.


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बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक प्रवक्ता ने कहा कि पश्चिमी उपनगर में दो अलग-अलग घटनाओं में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए. निगम अधिकारी के अनुसार, मृतकों की पहचान अंधेरी (पूर्व) के निवासी काशिमा युदियार (60), गोरेगांव (पूर्व) से राजेंद्र यादव (60) और संजय यादव (24) के रूप में की गई. गोरेगांव से भी दो अन्य के वर्षाजनित घटनाओं में घायल होने की खबर है. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.


दादर, वडाला, वर्ली, कुर्ला, चेंबूर, बांद्रा, अंधेरी, कांदिवली, विक्रोली, कंजुरमार्ग और भांडुप जैसे इलाकों से जलभराव की सूचना मिली. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में वित्तीय राजधानी में भारी वर्षा के कुछ दौर के साथ मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया है.


फ्लाइट लेट
हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने कहा कि विमानों के संचालन में सामान्य दृश्यता से संबंधित औसतन 15 मिनट की देरी रही, जो मुख्य रूप से आने वाली सेवाओं के लिए थी, लेकिन परिचालन काफी हद तक अप्रभावित रहा. इन दिक्कतों के बावजूद तेज गर्मी से झुलस रही मुंबई को बारिश से काफी राहत मिली और लोगों ने इसकी खुशी मनाई.  इसके साथ ही शहर को पेयजल की आपूर्ति करने वाली कई झीलों को भी अच्छा पानी मिला जिससे पानी की कमी से जूझ रहे लोगों को राहत मिलने के आसार हैं.