नई दिल्‍ली : बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने रविवार को जम्‍मू में पार्टी के विजय संकल्‍प सम्‍मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्‍होंने प्रदेश में फैले आतंकवाद और जम्‍मू-कश्‍मीर को अलग करने की बातें करने वालों पर जमकर हमला बोला. उन्‍होंने कहा कि जम्‍मू और कश्‍मीर भारत का अभिन्‍न अंग है. इसे भारत से कोई अलग नहीं कर सकता है. उन्‍होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाया है. आतंकवादियों के साथ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी.


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अमित शाह ने कहा कि जम्मू और लद्दाख को पहले भेदभाव का सामना करना पड़ा. बीजेपी सरकार ने इन क्षेत्रों में विकास के दरवाजे खोले हैं. कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी, ये सभी परिवारवादी पार्टियां हैं. इन्होंने जम्मू-कश्मीर के विकास की बजाय अपने विकास के लिए काम किया है.



शाह ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, 'राहुल गांधी कश्‍मीर के हालात पर सवाल उठाते हैं. इस पर मैं उनसे कहना चाहता हूं कि अगर आज जम्‍मू और कश्‍मीर के हालात पर सवाल उठ रहे हैं तो यह सिर्फ आपके परदादा जी जवाहरलाल नेहरू के कारण ही हुआ. जब हमारी सेना पा‍किस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर (पीओके) को जीतने जा रही थी तब किसने उसे रोका था? वह जवाहरलाल नेहरू थे.'


शाह ने आगे कहा कि सोनिया-मनमोहन की सरकार के समय 13वें वित्त आयोग के अंतर्गत मात्र 98 हजार करोड़ रुपये दिए गए थे. लेकिन मोदी सरकार ने 14वें वित्त आयोग के अंतर्गत 1 लाख 98 हजार करोड़ रुपये की धनराशि जम्मू कश्मीर के विकास के लिए दिए.