अलीगढ़: देश में विभिन्न जगहों पर दंगे-फसाद के आरोपी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के समर्थन में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के छात्र सामने आ गए हैं. AMU के छात्रों ने PFI के समर्थन में कैंपस में मार्च निकाला और अब तक पकड़े गए उसके सभी कार्यकर्ताओं को छोड़ने की मांग की.


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AMU में डक पॉइंट से बाबे सैयद गेट तक निकाले गए प्रोटेस्ट मार्च के दौरान छात्रों ने पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी के खिलाफ जमकर नारे लगाए. छात्रों ने कहा कि मुसलमानों के विरोध को दबाने के लिए यूपी में UAPA लागू किया गया. इसके साथ ही देश में जगह- जगह सामाजिक संगठन PFI के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. लेकिन वे लोग इन कार्रवाइयों से डरने वाले नहीं हैं. 


एएमयू छात्र फरहान जुबेरी ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि हाथरस कांड में सच को दबाने के लिए पुलिस ने PFI से जुड़े चार निर्दोष पत्रकारों पर UAPA के तहत मुकदमा दर्ज किया. ऐसा ही तरीका डॉ कफील के खिलाफ अपनाया गया था. जिसे बाद में हाई कोर्ट के आदेश के बाद रिहा करना पड़ा. 


जिला प्रशासन को सौंपे ज्ञापन में AMU छात्रों ने राष्ट्रपति से हाथरस मामले में पकड़े गए चारों पत्रकारों से मुकदमा निरस्त करके उन्हें जेल से रिहा करने की मांग की. इसके साथ ही यूपी में संगठित हिंसा के खिलाफ बने UAPA कानून को रद्द कर इसके तहत पकड़े गए सभी लोगों को छोड़ने की मांग भी उठाई.  


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