मास्क नहीं लगाना युवक को पड़ गया भारी, पुलिस हिरासत में मौत पर मचा बवाल
अपने लाड़ले को खोने के बाद बदहवास पिता इंस्पेक्टर विजय को अपने बेटे की मौत का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उन्होंने इंसाफ की मांग की है.
अमरावती: आंध्र प्रदेश पुलिस (Andhra Pradesh Police) एक बार फिर सवालों के घेरे में है. यहां एक युवक को मास्क न लगाना इतना भारी पड़ गया कि उसकी जान ही चली गई. पुलिस ने इस शख्स को प्रकाशम जिले के चेकपोस्ट से मास्क नहीं लगाने और खतरनाक तरीके से बाइक चलाने के आरोप में हिरासत में लिया था. पुलिस की निगरानी के दौरान हुई बर्बरता से जहां पुलिसिया प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं वहीं आंध्र प्रदेश की सियासत भी गरमा गई है.
आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले के चिराला टाउन निवासी किरण कुमार को स्थानीय पुलिस ने 18 जुलाई को कोथापेट चेकपोस्ट से हिरासत में लिया था. उसे बेहद हल्की धाराओं में हिरासत में लिया गया था. लेकिन बाद में पुलिस ने कहा कि किरण ने शराब पी रखी थी.
इंस्पेक्टर फिरोज ने कहा कि 18 तारीख को सुबह करीब साढ़े पांच बजे कोथापेट चेक पोस्ट पर हमारे कॉन्स्टेबल ने दो युवाओं शिनी अब्राहम और किरण कुमार को खतरनाक तरीके से बाइक चलाने पर रोका. दोनों ने मास्क भी नहीं लगाए थे. जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने हमारे स्टाफ से गलत भाषा में बर्ताव किया. वो शराब के नशे में धुत थे. उन्हे संयमित करना भी मुश्किल हो रहा था. इसी दौरान वायरलेस पर इंस्पेक्टर विजय कुमार को मामले की जानकारी दी गई. विजय कुमार आए और दोनों को अपनी गाड़ी में बिठाकर ले जा रहे थे. इसी दौरान किरण ने गाड़ी से छलांग लगा दी और उसे सिर में गंभीर चोंट आ गईं.
ये भी पढ़ें- अपहरण, देह व्यापार और मानव तस्करी के मामले में सोनू पंजाबन को 24 साल की सजा
ये भी देखें-
इसके बाद पहले किरण को चिराला के सरकारी अस्पताल ले जाया गया लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे गुंटूर सिटी अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान बुधवार को उसकी मौत हो गई.
उधर, युवक के पिता मोहन राव ने कहा कि मुझे किरण के दोस्त शिनी अब्राहम ने सब कुछ बताया. वह उस वक्त किरण के साथ था. पुलिस ने मेरे बेटे को बेरहमी से मारा. उन्होंने कहा कि अगर उसने कुछ गलत भी किया था तो उसे जेल भेजते. मेरा बेटा न बदमाश था न चोर. अपने लाड़ले को खोने के बाद बदहवास पिता इंस्पेक्टर विजय को अपने बेटे की मौत का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उन्होंने इंसाफ की मांग की है.
इस बीच विपक्षी तेलगुदेशम पार्टी ने मामले को जातीय रंग देते हुए सत्ताधारी वायएसआरसीपी (YSRCP) सरकार पर लगातार हमलावर बनी हुई है. उनका कहना है कि प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई सरकार पुलिस विभाग की करतूतों पर आखें बंद किए बैठी है.
वहीं लगातार अपनी पुलिस पर उठ रहे सवालों के बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने घटनाक्रम की जांच के आदेश दिए हैं.