नई दिल्लीः राज्यसभा में शुक्रवार को बीजेपी के एक सदस्य ने पश्चिम बंगाल के एक अस्पताल में डाक्टरों पर हमले का मुद्दा उठाया और मांग की कि ऐसे मामलों की सुनवाई त्वरित अदालतों में होनी चाहिए. बीजेपी के विकास महात्मे ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार इस मुद्दे से ठीक से नहीं निपट सकी.


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तृणमूल कांग्रेस सदस्य सुखेंदु शेखर राय ने महात्मे की बात पर आपत्ति जताने का प्रयास किया लेकिन सभापति एम वेंकैया नायडू ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी. महात्मे ने मांग की कि अस्पतालों में ‘‘पैनिक बटन’’ की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि आवश्यकता होने पर अधिकारियों को तत्काल अवगत कराया जा सके.


अन्नाद्रमुक की विजिला सत्यनाथन ने कावेरी नदी के पानी का मुद्दा उठाया. उन्होंने केंद्र से कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण का नियंत्रण अपने हाथों में लेने की मांग की. उन्होंने तमिलनाडु में पानी की समस्या का जिक्र करते हुए नदी के पानी का वितरण किए जाने की मांग की.


शून्यकाल में ही सीपीआई के डी राजा ने आरोप लगाया कि केंद्र तमिल भाषा को तवज्जो नहीं दे रहा है और आकाशवाणी में भारतीय भाषा इकाइयों को बंद किया जा रहा है. कांग्रेस के टी सुब्बीरामी रेड्डी ने मांग की कि सरकारी इमारतों में आग की घटनाओं पर काबू के लिए जरूरी नियम बनाए जाएं. उन्होंने पिछले दिनों सूरत के एक कोचिंग संस्थान और राजधानी के करोलबाग इलाके में एक होटल में आग लगने की घटनाओं का जिक्र किया.


शून्यकाल में ही तृणमूल कांग्रेस की शांता छेत्री, इनेलो के राम कुमार कश्यप आदि ने भी लोक महत्व के अलग अलग मुद्दे उठाए.