क्या पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने जा रही है बीजेपी? पूर्व मंत्री ने कही ये बड़ी बात
संसद में पारित `विवादास्पद` कृषि विधेयकों के कारण शिरोमणि अकाली दल (SAD) और बीजेपी में खटास लगातार बढ़ती जा रही है.
चंडीगढ़: संसद में पारित 'विवादास्पद' कृषि विधेयकों के कारण शिरोमणि अकाली दल (SAD) और बीजेपी में खटास लगातार बढ़ती जा रही है. SAD के बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) छोड़ने के बाद अब पंजाब में बीजेपी के वरिष्ठ नेता वरिष्ठ नेता मदन मोहन मित्तल ने कहा है कि उनकी पार्टी 2022 में पंजाब की सभी 117 विधान सभा सीटों पर चुनाव के लिए तैयार है.
मित्तल ने कहा है कि यदि SAD अकेले चुनाव लड़ती है तो उसे बहुमत नहीं मिलेगा. ऐसे में बिना बीजेपी को साथ लिए उसका पंजाब में सरकार बनाने का सपना पूरा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि SAD के NDA से अलग होने के बाद अब बीजेपी पंजाब की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है. उन्होंने दावा किया कि कई अकाली नेता उनके संपर्क में हैं और बीजेपी में आना चाहते हैं.
बता दें कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 23 और SAD ने 94 सीटों पर चुनाव लड़ा था. वहीं 2019 के आम चुनावों में SAD ने 13 सीटों में से 10 और बीजेपी ने 3 सीटों पर चुनाव लड़ा था.
पूर्व मंत्री मित्तल पिछले कुछ समय से SAD के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं. वे बीजेपी पर बार-बार दबाव बनाते रहे हैं कि उसे SAD से अपना रास्ता अलग कर लेना चाहिए. उनका कहना कि बीजेपी का पंजाब के ग्रामीण इलाकों में मजबूत जनाधार बन चुका है. ऐसे में उसे SAD जैसी बैसाखी की जरूरत नहीं है.
ये भी पढ़ें- 9 दिन में क्यों छूट गया अकाली दल का NDA से 22 साल का साथ, पढ़ें INSIDE STORY
बता दें कि इन दोनों पुराने सहयोगियों के बीच पिछले साल दिसंबर में भी संबंध तनावपूर्ण हो गए थे. जब अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) की बहस के दौरान बीजेपी का खिंचाई कर दी थी.