नई दिल्ली: केन्द्र ने बारिश से प्रभावित केरल में राहत एवं बचाव अभियान को तेज करने के लिए गुरुवार को करीब एक हजार जवानों वाली एनडीआरएफ की 35 और टीमों को भेजने का फैसला लिया. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएससी) की गुरुवार को दिन में हुई बैठक के बाद सरकार ने पहले 12 नई टीमों को भेजा था और इसके बाद अभियान को तेज करने के लिए 23 और टीमों को भेजने का निर्णय लिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गुरुवार को पहुंचीं एनडीआरएफ की 12 टीमें 
एनडीआरएफ के महानिदेशक संजय कुमार ने कहा, ‘‘गुरुवार शाम तक पहली 12 टीम केरल पहुंच जाएंगी. बाकी 23 टीमों को भी भेजा जा रहा है. ये टीम दिन और रात दोनों में राहत एवं बचाव अभियान, चिकित्सा सहायता और खाद्य सामग्री के वितरण में राज्य सरकार के अधिकारियों की मदद करेगी.’’ उन्होंने बताया कि गाजियाबाद से छह और गुजरात में वडोदरा से छह टीमों को भेजा गया था. डीजी ने कहा, ‘‘केरल में पहले से ही 18 टीम मौजूद हैं, जो युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव अभियान में लगी हुई है.’’ 


बाढ़ में फंसे 707 लोगों को NDRF ने निकाला
एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि 23 अन्य टीम पटना (बिहार), हरिनघाता (पश्चिम बंगाल), मुंडाली (ओडिशा) और भठिंडा (पंजाब) से भेजी जा रही है. उन्होंने बताया कि अंतिम रिपोर्ट मिलने तक एनडीआरएफ की टीमों ने कुल 707 लोगों को बाहर निकाला है. इनमें पथनमथिट्टा से 172, एर्नाकुलम (151), कोझीकोड़ (99), अलापुझा (202) और त्रिशुर (83) है. प्रवक्ता ने बताया, ‘‘इन स्थानों पर लोगों को बाहर निकाले जाने का अभियान अभी चल रहा है.’’


पीएम मोदी के निर्देश के बाद लिया निर्णय
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में केरल में व्याप्त स्थिति का जायजा लिया गया. इस बैठक में तीनों सैन्य सेवाओं के प्रमुख, गृह, रक्षा सचिवों, एनसीएमसी के अधिकारी शामिल हुए. उन्होंने बताया कि बैठक में सभी संबंधित लोगों को संकट से निपटने के लिए राज्य सरकार को मदद जारी रखने के निर्देश दिये गये. प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद यह बैठक हुई. प्रवक्ता ने बताया कि केन्द्र सरकार केरल को पूरी सहायता उपलब्ध करा रही है और राज्य में व्यापक राहत एवं बचाव अभियान शुरू किया गया है.


राज्य में मूसलाधार बारिश में कोई कमी नहीं आई है. केरल के पलक्कड़ जिले में भूस्खलन से आज सुबह आठ लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही गत आठ अगस्त से मृतकों की संख्या बढ़कर 75 हो गई है.


(इनपुट भाषा से)