DMK ने राहुल गांधी की तुलना जवाहर लाल नेहरू से की, कहा- `जीत मुमकिन है`
डीएमके के मुखपत्र ने लिखा कि राहुल गांधी दक्षिण और उत्तरी राज्यों के बीच सोच के अंतर को भी समझते हैं.
चेन्नई: डीएमके ने शुक्रवार को चुनावी राजनीति से परे राहुल गांधी की उनके उदार विचारों के लिए जवाहरलाल नेहरू से तुलना की और कहा कि कांग्रेस को राहुल जैसे खुले विचारों वाले शख्स की जरूरत है.
लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने पर अड़े हैं और पार्टी के अधिकतर नेता उनसे इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में डीएमके ने कहा,‘राहुल की सियासी यात्रा जमीनी स्तर से कड़े संघर्ष वाली है. अगर ऐसा होगा तो जीत संभव है.’
कांग्रेस के नेतृत्व के लिए राहुल जैसा व्यापक सोच वाला शख्स जरूरी
डीएमके के तमिल मुखपत्र ‘मुरासोली’ ने अपने संपादकीय में लिखा कि कांग्रेस व्यापक आधार वाली पार्टी है और इसके नेतृत्व के लिए राहुल जैसा व्यापक सोच वाला शख्स जरूरी है.
मुखपत्र ने लिखा कि राहुल ने चुनाव प्रचार में खुद को केवल चुनावी राजनीति तक सीमित नहीं किया. डीएमके के अनुसार राहुल ने भारतीय समाज के बारे में चिंता भी जताई और धार्मिक बैर, आर्थिक असमानता और गरीबी जैसे अनेक पहलुओं पर भी अपना क्षोभ प्रकट किया.
डीएमके के मुखपत्र ने लिखा कि वह दक्षिण और उत्तरी राज्यों के बीच सोच के अंतर को भी समझते हैं. डीएमके ने कहा कि राहुल गांधी ने इस तरह जवाहरलाल नेहरू की सोच को परिलक्षित किया है.