गुजरात: पहली बार दरगाह में हुआ गौशाला का निर्माण, घर-घर गाय पालने का दिया संदेश
इस गौशाला को बनाने के लिए मुरारी बापू ने भी ट्रस्ट की जमकर प्रशंसा की और गौशाला के लिए 5 लाख रुपए का दान भी दिया.
वड़ोदरा: गुजरात में एक दरगाह ने गौशाला का निर्माण कर शांति और भाई चारे का संदेश दिया है. पादरा के एकलबारा गांव के कयामुद्दीन दादा ट्रस्ट द्वारा भारत में पहली गौशाला और दलित आदिवासी कल्याण केंद्र का उद्घाटन कथाकार मुरारी बापू के हाथों किया गया. इस मौके पर राज्यसभा के सांसद अहमद पटेल सहित कई लोग मौजूद रहे. पादरा के एकलबारा गांव में स्थित कयामुद्दीन दरगाह 300 साल पुरानी है. हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक के रूप में इस दरगाह से घर-घर गाय पालने के सन्देश के साथ व्यसन मुक्ति का सन्देश भी दिया गया.
एकलबारा गांव की दरगाह द्वारा करजण रोड पर पिंगलवाड़ा गांव में गौशाला का निर्माण किया गया है. उद्घाटन के मौके पर कथाकार मुरारी बापू उपस्थित रहे. मुरारी बाबू के हाथों ही इस गौशाला का उद्घाटन किया गया.
इस मौके पर राजयसभा सांसद अहमद पटेल ने दरगाह की सालों पुरानी परंपरा को आगे बढ़ने के काम के लिए पीरजादा के काम की खुल कर प्रशंसा की. पादरा इलाके के डभासा रोड पर स्थित रंग फार्म में उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया था. इस मौके पर गौशाला जमीन दान देने वाले दाताओं को ट्रस्ट और मुरारी बापू द्वारा सम्मानित किया गया. साथ ही दरगाह ट्रस्ट के पीरजादा ने शहीदों के वेलफेयर फंड में एक लाख रुपए का चेक भी दिया.
इस मौके पर साहित्यकार गुणवंत शाह ने कोमी एकता बनाए जाने के लिए दरगाह ट्रस्ट की जमकर प्रशंसा की. इस गौशाला को बनाने के लिए मुरारी बापू ने भी ट्रस्ट की जमकर प्रशंसा की और गौशाला के लिए 5 लाख रुपए का दान भी दिया.