मुंबई: रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन चीफ अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) को दो वर्ष पुराने एक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. अलीबाग पुलिस की एक टीम ने गोस्वामी को लोअर परेल स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया है. इस पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh) का बयान आया है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'कानून से ऊपर कोई नहीं'
अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है, ‘कानून से ऊपर कोई नहीं है और राज्य की पुलिस कानून के अनुरूप उचित कार्रवाई कर रही है.’ उन्होंने यह भी कहा कि मृतक डिजाइनर की पत्नी ने मामले को दोबारा खुलवाने के लिए अदालत का रुख किया था. उसके बाद ही मुकदमे को दोबारा खोला गया.

यह भी पढ़ें: Republic TV के एडिटर-इन चीफ अर्नब गोस्वामी गिरफ्तार, जानें पूरा मामला


गृह मंत्री देशमुख ने बताया है कि मृतक डिजाइनर की बेटी अदन्या ने आरोप लगाया है कि अलीबाग पुलिस ने गोस्वामी के चैनल द्वारा बकाया भुगतान न करने के मामले में जांच नहीं की. उसका दावा है कि इस कारण ही उसके पिता और दादी ने मई 2018 में आत्महत्या कर ली थी.


क्या है मामला
दरअसल रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन चीफ अर्नब गोस्वामी को वर्ष 2018 में 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर को आत्महत्या के लिए कथित तौर पर उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इस वर्ष मई में महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने आर्किटेक्ट अन्वय नाइक की बेटी अदन्या नाइक की नई शिकायत के आधार पर फिर से जांच के आदेश दिये.
पुलिस का दावा है, ‘कॉनकॉर्ड डिजाइन्स प्राइवेट लिमिटेड’ के मालिक अन्वय नाइक ने सुसाइड नोट में दावा किया था कि गोस्वामी, ‘आईकास्टएक्स/स्कीमीडिया’ के फिरोज शेख और ‘स्मार्ट वर्क्स’ के नितीश सारदा के उसके बकाया पैसों का भुगतान न करने की वजह से वह आत्महत्या कर रहे हैं. सुसाइड नोट के अनुसार इन तीनों कम्पनियों ने नाइक को क्रमश: 83 लाख रुपये, चार करोड़ रुपये और 55 लाख रुपये देने थे. जिन अन्य दो लोगों का जिक्र किया गया है, उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।


VIDEO