मथुरा: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा जिले में स्थित नंदगांव (Nandgaon) के नंदबाबा मंदिर (Nandbaba Nand Mahal Temple) में धोखे से नमाज (Namaz) पढ़ने के मामले में दिल्ली निवासी आरोपी फैजल को गिरफ्तार कर लिया गया है. जामियानगर थाने के साथ आई मथुरा पुलिस फैजल को गिरफ्तार कर मथुरा के लिए रवाना हो गई है. आपको बता दें कि फैसल की नन्द गांव मंदिर में नमाज पड़ने की तस्वीरें वायरल हुई थी.


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क्या था पूरा मामला?
दिल्ली की संस्था खुदाई खिदमतगार के सदस्य फैजल खान और मोहम्मद चांद गांधीवादी कार्यकर्ता निलेश गुप्ता और आलोक रत्न के साथ नंदगांव के नंदबाबा मंदिर पहुंचे. दोपहर 2:00 बजे युवकों ने यहां जोहर की नमाज अदा की. युवकों ने नमाज के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए. इस मामले पर मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी का कहना है कि उन्होंने नमाज अदा करने की कोई अनुमति नहीं दी थी. इन लड़कों से उनकी बातचीत जरूर हुई थी. लेकिन उन्होंने नमाज धोखे से पढ़ी है. जिसके बाद मंदिर प्रशासन की शिकायत पर फैजल खान और उसके दोस्त के एफआईआर दर्ज की गई है. 


फोटो वायरल होने के बाद मचा हड़कंप
बरसाना थाने में मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी आरोपी फैजल खान, उसके मुस्लिम मित्र तथा दो हिंदू साथियों के खिलाफ धार्मिक आस्था को चोट पहुंचाने, धार्मिक सम्प्रदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने, समाज में ऐसा भय पैदा करने जिससे माहौल खराब होने का अंदेशा हो तथा उपासना स्थल को अपवित्र करने जैसे आरोपों में आईपीसी के धारा 153-A, 295, 505 IPC के तहत बरसाना थाने में मुकदमा दर्ज किया है. साथ ही एसएसपी गौरव ग्रोवर ने इस पूरे प्रकरण की जांच खुफिया विभाग को भी सौंपी है. मंदिर में नमाज पढ़ने और उसकी फोटो, वीडियो वायरल करने के पीछे आखिर क्या मंशा थी अब इसकी भी जांच की जा रही है.


हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश
गंगा सेना के संयोजक और निरंजनी अखाड़े के संत स्वामी आनन्द गिरी नंद भवन मंदिर में नमाज पढ़े जाने की निंदा की है. उन्होंने कहा है कि जब हिन्दू समाज मस्जिद में जाकर पूजा नहीं करता है तो आखिर क्यों मंदिर में जाकर उकसावे की राजनीति की जा रही है. उन्होंने कहा है कि ये कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा आपसी भाईचारे को खतरे में डालने की भी कोशिश है. उन्होंने मंदिर में नमाज पढ़ने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं अखिल भारतीय दंडी सन्यायी परिषद के संरक्षक स्वामी महेशाश्रम महाराज ने भी नन्दबाबा मन्दिर में नमाज पढ़े जाने को निंदनीय करार दिया है. उन्होंने ऐसा कृत्य करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि किसी को भी दूसरे धर्म में दखल देने को कोई अधिकार नहीं है.


आरोपी फैजल ने मांगी माफी, कही ये बात
वहीं आरोपी फैजल का कहना है कि उनका इरादा गलत नहीं था. 20 सालों से वो सद्भावना यात्रा चला रहे हैं और जहां भी उन्हें मौका मिलता है वहां वह नमाज पढ़ लेते हैं. अगर किसी को उनके नमाज पढ़ने से तकलीफ पहुंची है तो उनसे माफी भी मांगते हैं. फैजल ने दावा किया इससे पहले भी वह और उनके साथी ना सिर्फ नमाज पढ़ते रहे हैं बल्कि भजन कीर्तन भी करते रहे हैं.


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