स्‍वाति नाईक, मुंबई: नवी मुंबई महानगर पालिका के राष्ट्रवादी नगर सेवकों की बैठक में बीजेपी में जाने का फैसला लिया गया है. पार्टी के नेता गणेश नाईक को इस फैसले के बारे में बताया जाएगा, जिसके बाद वह मंगलवार को अपने समर्थको के साथ बीजेपी में जाने का फैसला ले सकते हैं.


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रविवार और सोमवार को नवी मुंबई मनपा के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नगरसेवकों की बैठक हुई. जिसमे राज्य की राजनैतिक स्थिति‍ को देखते हुए बीजेपी के साथ जाने का फैसला लिया गया. नवी मुंबई मनपा में 111 में से 52 नगरसेवक एनसीपी के हैं. 6 निर्दलीय नगरसेवकों के साथ नवी मुंबई मनपा की सत्‍ता राष्ट्रवादी काँग्रेस के हाथों में है. अगर ये सभी नगर सेवक बीजेपी में चले गए तो यहां की सत्‍ता पर बीजेपी का कब्‍जा होगा.  


नवी मुंबई की राजनीति में नाईक परिवार का दबदबा है. गणेश नाईक के बेटे संदीप नाईक विधायक हैं. गणेश के बड़े बेटे संजीव नाईक पूर्व सांसद हैं. अगर पूरा नाईक परीवार बीजेपी में शामिल होता है तो राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी का नवी मुबंई शहर से सफाया हो जाएगा.


कांग्रेस सरकार मे मंत्री रह चुके गणेश नाईक बड़े  नेता माने जाते हैं. पिछले 15 सालों से इनके कारण ही नवी मुंबई मनपा में राष्ट्रवादी काँग्रेस की सत्ता कायम है. गणेश नाईक पहले शिवसेना में थे. जिसके बाद उन्‍होंने एनसीपी का दामन थाम लिया था.


सूत्रों के अनुसार कहा जा रहा है कि मंगलवार शाम तक गणेश नाईक अपने दोनो बेटों के साथ बीजेपी में जाने का फैसला कर सकते हैं. सोमवार सुबह गणेश नाईक के बेटे संजीव नाईक ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक पोस्ट की थी. जिसमें उन्‍होंने समर्थकों के फैसले के बारे में अंतिम निर्णय लेने का अधिकार गणेश नाईक के पास होने की बात कही. इसके बाद से ही माना जा रहा था की नाईक परीवार का राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी से जाने का फैसला लगभग तय हो गया है.