नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर में पुलिस ने शनिवार को नकली क्राइम इन्वेस्टीगेशन एजेंसी के एक ऑफिस का भंडाफोड़ किया है. दरअसल, नागपुर के समर्थनगर इलाके में नकली क्राइम इन्वेस्टीगेशन एजेंसी चलाने का एक मामला सामने आया है. यह एजेंसी समर्थनगर में एक रेंट पर लिए ऑफिस में चलाई जा रही थी. पुलिस ने इस नकली क्राइम इन्वेस्टीगेशन एजेंसी को चलाने वाले नरेश पालरपवार नाम के शख्स को हिरासत में ले लिया है. महाराष्ट्र पुलिस ने गुप्त जानकारी के आधार पर छापेमारी कर इस एजेंसी को पकड़ा है. 


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पुलिस के अनुसार, नागपुर की इस नकली एजेंसी का संबंध उत्तर प्रदेश से भी हो सकता है. यह बात पुलिस जांच में सामने आई है. दरअसल, उत्तर प्रदेश के अजय प्रताप सिंह नाम के शख्स नें सबसे पहले नकली इन्वेस्टीगेशन एजेंसी शुरू की थी. उसने ही नागपुर में इस नकली इन्वेस्टीगेशन एजेंसी की ब्रांच शुरु की थी. पुलिस हिरासत में नरेश पालरपवार ने यह बात कबूल की है. बताया जा रहा है कि नरेश पालरपवार पिछले कई दिन सें क्राइम इन्वेस्टीगेशन एजेंसी चलाता था. अब महाराष्ट्र पुलिस ने पूछताछ के लिए अजय प्रताप सिंह को नागपुर तलब किया है. पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी.


पुलिस निरीक्षक प्रसाद सणस ने कहा कि हमें शक है कि इन्वेस्टीगेशन एजेंसी के नाम से गरीब-अशिक्षित लोगों को ठग लिया हो. हम इस संबंध में जांच कर रहे हैं. पुलिस ने बताया कि नरेश पालरपवार अपनी कार पर डायरेक्टर क्राईम इन्वेस्टीगेशन एजेंसी का बोर्ड लगाकर घूमता था. पुलिस ने पालरपवार के ऑफिस से कुछ कागजात के साथ उसकी कार भी जब्त कर ली है.