शिमला: हिमाचल प्रदेश के मंत्री अनिल शर्मा ने सोमवार को कहा कि यदि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कहते हैं तो ही वह इस्तीफा देंगे तथा वह न तो मंडी से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अपने बेट आश्रय शर्मा के लिए और न ही बीजेपी उम्मीदवार के लिए प्रचार करेंगे.


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बिजली मंत्री ने मीडिया से कहा, ‘‘मैं मंडी सीट पर न तो अपने बेटे के लिए प्रचार करूंगा और न ही बीजेपी उम्मीदवार रामस्वरूप शर्मा के लिए.’’ एक दिन पहले ही ठाकुर ने उनसे यह स्पष्ट करने को कहा था कि क्या वह अपने पद से इस्तीफा देकर अपने बेटे के लिए प्रचार करेंगे या फिर बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करेंगे.


पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री सुखराम के बेटे अनिल शर्मा मंडी विधानसभा से बीजेपी विधायक हैं. मंडी और अन्य 16 विधानसभा क्षेत्रों के मिलने से मंडी संसदीय क्षेत्र बनता है. अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा इस संसदीय सीट पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी ने अपने वर्तमान सांसद रामस्वरूप शर्मा को यहां से उम्मीदवार बनाया है.


अनिल शर्मा ने कहा, ‘‘यदि मुख्यमंत्री महसूस करते हैं कि मेरे रूख से पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा हो गयी है तो वह मुझे (मंत्रिमंडल से) इस्तीफा देने के लिए कह सकते हैं. सरकार (में बने रहना) मेरी प्राथमिकता नहीं है. यदि मुख्यमंत्री मुझसे इस्तीफा देने के लिए कहते हैं तो बिना समय गंवाए, मैं इस्तीफा दे दूंगा.’’ 


उन्होंने कहा, ‘‘यदि मैं स्वत: इस्तीफा देता हूं तो बीजेपी नेतृत्व कहेगा कि मैंने अपने बेटे का समर्थन करने के लिए इस्तीफा दिया है. अतएव, मैं अपने आप इस्तीफा नहीं दूंगा. यदि मुझे मुख्यमंत्री इस्तीफा देने के लिए कहते हैं तो ही मैं इस्तीफा दूंगा.’’ उन्होंने बीजेपी में बने रहने पर जोर देते हुए कहा, ‘‘मैं बीजेपी विधायक बना रहूंगा.’’