सुदीक्षा भाटी केस: परिजनों का आरोप- मनचलों की छेड़खानी से हुआ हादसा, FIR दर्ज
इस मामले में बुलंदशहर के औरंगाबाद थाने में 2 अज्ञात बाइक सवार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई.
बुलंदशहर/लखनऊ/नई दिल्ली: अमेरिका में अध्ययनरत 20 वर्षीय सुदीक्षा भाटी की सड़क हादसे में मौत के मामले में उसके परिजनों ने दावा किया है कि हादसे की वजह मोटरसाइकिल पर सवार लड़के थे जो कथित तौर पर युवती का पीछा करते हुए उसे परेशान कर रहे थे. अधिकारियों ने मंगलवार (11 अगस्त) को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि घटना सोमवार सुबह औरंगाबाद इलाके में हुई. सुदीक्षा मोटरसाइकिल पर पीछे बैठी थी, वाहन उसका छोटा भाई चला रहा था. दोनों दादरी में स्थित अपने घर से खानपुर इलाके में अपने मामा के घर जा रहे थे.
इस मामले में बुलंदशहर के औरंगाबाद थाने में 2 अज्ञात बाइक सवार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई. चाचा और मामा के बयान के बाद पुलिस ने IPC की धारा 279 ( लापरवाह ड्राइविंग) 304A (लापरवाही के चलते मौत) धारा के तहत मामला दर्ज किया है.
छह भाई-बहनों में सबसे बड़ी सुदीक्षा फिलहाल अमेरिका में पढ़ रही थीं. वह कोविड-19 महामारी के कारण घर आई थी. बुलंदशहर स्थित सिकंदराबाद विज्ञान स्कूल के प्रधानाध्यापक बिश्वजीत बनर्जी ने बताया, ‘‘2018 में 12वीं की परीक्षा में उसे 98 प्रतिशत अंक आये थे, उसने जिले में टॉप किया था.’’उन्होंने बताया कि उसे अमेरिका के मैसाचुसेट्स स्थित बाबसन कॉलेज से 3.8 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति मिली थी. वह एंटरपेन्योरशिप में स्नातक की पढ़ाई कर रही थी.
उसके परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत आई थी और उसे 20 अगस्त को अमेरिका वापस लौटना था. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मामा के घर जाते हुए दो अज्ञात लोग उसके साथ छेड़खानी कर रहे थे और इसी कारण उनका वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसके बाद ही बुलंदशहर जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एच.सी. अवस्थी ने कहा, ‘‘यह पक्का है कि दुर्घटना हुई है. जांच के दौरान लोगों से पूछताछ की जाएगी, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के अनुरुप जांच आगे बढ़ेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक बाइक आगे जा रही थी, और ब्रेक लगाने के कारण यह दुर्घटना हुई. बाइकों के टकराने से युवती नीचे गिर गई और घायल हो गई. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां दुर्भाग्यवश उसकी मौत हो गई.’’
पुलिस प्रमुख ने कहा कि यह बात सामने आयी है कि दोनों ने हेलमेट नहीं पहना था. महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रमुख एच.सी. अवस्थी को पत्र लिख उनसे मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने को कहा है. उन्होंने लिखा है, ‘‘मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुरोध है कि सीसीटीवी फुटेज खंगाली जाए और मामले की त्वरित तथा निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाए.’’
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया, ‘‘रास्ते में ट्रैफिक था. उनके आगे चल रही बुलेट ब्रेक लगने के कारण अचानक से रूक गई जिसके कारण सुदीक्षा और उसके भाई की मोटरसाइकिल उससे पीछे की तरफ से टकरा गई.’’ उन्होंने बताया, ‘‘इसमें लड़की को चोट आई, उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई.’’
सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में सुदीक्षा का भाई कहता नजर आ रहा है, ‘‘हम मोटरसाइकिल पर थे जो 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी. बुलेट सवार कुछ व्यक्ति हमारे नजदीक चल रहे थे, उन्होंने अचानक ब्रेक लगा दिए. बुलेट की नंबर प्लेट पर ‘जाट ब्वॉयज’ लिखा था और वाहन का नंबर यूपी-13 से शुरू हो रहा था.’’ एएसपी श्रीवास्तव ने हालांकि कहा कि घटना के वक्त लड़की के भाई ने पुलिस को छेड़छाड़ के बारे में कुछ नहीं बताया था.
जिला मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार ने कहा, ‘‘छेड़छाड़ के आरोपों की हम जांच कर रहे हैं. संबंधित लोगों के बयान दर्ज करेंगे, वीडियो फुटेज भी जुटा रहे हैं. सबूतों के आधार पर जांच होगी.’’ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सुदीक्षा जिस वाहन पर बैठी थी उसे उसके मामा नहीं बल्कि छोटा भाई चला रहा था. इससे पहले कुछ लोगों ने जानकारी दी थी कि वाहन युवती के मामा चला रहे थे.
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक घटना स्थल पर भी पहुंचे. जिलाधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के लिए तीन टीमें बनायी गई हैं जिनमें दो क्षेत्राधिकारी और एक निरीक्षक सहित अन्य सदस्य हैं. डीएम ने कहा कि युवती के मामा के मुताबिक मोटरसाइकिल उसका छोटा एवं नाबालिग भाई चला रहा था और उसने हेलमेट भी नहीं पहना था. उन्होंने यह भी बताया कि बुलंदशहर के अधिकारी दादरी में सुदीक्षा के परिवार से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन फोन पर उनसे बात नहीं हो पा रही है. अधिकारियों को उसके घर भेजा गया है तथा मामले की जांच चल रही है.
(इनपुट: एजेंसी भाषा के साथ)
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