सुशील मोदी ने लालू यादव को बताया अंधविश्वासी, लगाए ये गंभीर आरोप
बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक तापमान बढ़ाने के लिए अब पार्टियों ने एक दूसरे पर व्यक्तिगत बयान देकर हमला करना शुरू कर दिया है. शनिवार को भाजपा नेता और बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट करते हुए इसकी शुरुआत की है.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में राजनीतिक तापमान बढ़ाने के लिए अब पार्टियों ने एक दूसरे पर व्यक्तिगत बयान देकर हमला करना शुरू कर दिया है. शनिवार को भाजपा नेता और बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट (Tweets) करते हुए इसकी शुरुआत की है. उन्होंने RJD सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) पर तंज कसते हुए उन्हें अंधविश्वासी तक घोषित कर दिया है.
अपने पहले ट्वीट में सुशील मोदी ने निशाना साधते हुए लिखा, 'तंत्र-मंत्र के अंधभक्त लालू प्रसाद जिस मोदी सरकार के बीच में गिरने के साथ देश में अस्थिरता की कुटिल कामना कर रहे थे, उसने विश्व में भारत का मान बढ़ाया और जनता के अपार समर्थन से शानदार वापसी भी की. देवी-देवता किसी की कुटिल कामना को सफल नहीं बनाते.'
दूसरे ट्वीट में सुशील मोदी ने लिखा, '26 मई, 2014 को भाजपा के शीर्ष नेता नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने जब प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, तब लालू प्रसाद ने शपथ ग्रहण के मुहूर्त गोधूलि बेला को अशुभ बता दिया और कहा कि सरकार पांच साल नहीं चलेगी. प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल भारतीय राजनीति का परिदृश्य बदला, बल्कि भ्रष्टाचार-मुक्त सरकार चलायी, जनता को जन-धन खाते दिये, नौ करोड़ गरीबों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिये और सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब भी दिया.'
तीसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, '2005 में जब जनता ने लालू-राबड़ी के कुशासन को खारिज कर दिया, तब लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री आवास छोड़ने में डेढ़ महीने लगा दिये थे और बाद में कहा कि वे आवास की दीवार में ऐसी तंत्रसिद्ध पुड़िया रख आये हैं कि अब कोई वहां नहीं टिक पाएगा. उसी आवास में रहते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 साल से बिहार की सेवा कर रहे हैं और राज्य विकास की मंजिलें तय कर रहा है.'
इसी क्रम में सुशील मोदी ने चौथा ट्वीट करते हुए लिखा, '2009 में पूर्ण सूर्य ग्रहण देखने तारेगना पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब ग्रहण के समय बिस्कुट खा लिये, तब अंधविश्वासी लालू प्रसाद ने कहा था कि इससे अकाल पड़ेगा. इसके विपरीत बिहार में एनडीए शासन के दौरान कृषि पैदावार बढ़ी. लालू प्रसाद इतने अंधविश्वासी हैं कि उन्होंने न केवल तांत्रिक के कहने पर सफेद कुर्ता पहनना छोड़ा, बल्कि तांत्रिक शंकर चरण त्रिपाठी को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया.उसी तांत्रिक ने विंध्याचल धाम( मिर्जापुर) में लालू प्रसाद से तांत्रिक पूजा कराई थी. वे तीन साल पहले मुझे मारने के लिए भी तंत्रिक अनुष्ठान करा चुके हैं.'
अपने पांचवे ट्वीट में सुशील मोदी ने बताया कि, 'लालू प्रसाद को जनता पर भरोसा नहीं, इसलिए वे तंत्र-मंत्र, पशुबलि और प्रेत साधना जैसे कर्मकांड कराते रहे. इसके बावजूद वे न जेल जाने से बचे, न सत्ता बचा पाये. वे अभी 14 साल जेल में ही काट सकते हैं. चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद बिहार विधानसभा चुनाव के पहले रांची के केली बंगले में जेल मैन्युअल की धज्जी उड़ाते हुए नवमी के दिन तीन बकरों की बलि देने वाले हैं. उन्हें आभास हो चुका है कि हाशिये पर पड़े कुछ दलों से गठबंधन और बड़बोले वादे पार्टी की नैया पार नहीं लगा सकते.'