आर्टिकल 370 हटने के बाद गुजरात के टूर ऑपरेटरो में आई नई जान
कश्मीर को धरती का स्वर्ग माना जाता हे. इस स्वर्ग से अनुच्छेद 370 के उन्मूलन से टूर ऑपरेटर खुशी महसूस कर रहे हैं.
अहमदाबाद: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म होने के साथ पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद गुजरात के टूर ऑपरेटर कर रहे हैं. गुजरात के 8 लाख पर्यटकों के साथ हर साल 25 लाख से अधिक पर्यटक कश्मीर का दौरा करते हैं. टूर ऑपरेटरों का कहना है कि केन्द्र सरकार के इस कदम के चलते पर्यटक बिना किसी डर के कश्मीर का आनंद ले सकते हैं.
कश्मीर को धरती का स्वर्ग माना जाता हे. इस स्वर्ग से अनुच्छेद 370 के उन्मूलन से टूर ऑपरेटर खुशी महसूस कर रहे हैं. गुजरात के जाने-माने टूर ऑपरेटर के अनुसार, अब कश्मीर वास्तव में विकसित होगा. कश्मीर की कला और संस्कृति फिर से बढ़ेगी. लोग कश्मीर को देखने में रुचि रखते हैं. जब एक टूर ऑपरेटर कश्मीर का दौरा आयोजित करता है, तो जबतक सभी पर्यटक कश्मीर से नहीं लौटते हैं. तब तक टूर ऑपरेटर चिंतित होते है कि कब टूरिस्ट वापस आएंगे. साथ ही पर्यटक भी चिंतित होते हैं कि कब वो घर पहुंचेंगे. लेकिन, अब जम्मू-कश्मीर औऱ लद्दाख केन्द्र शासित प्रदेश घोषित होने पर उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के हिस्से है तो, अब टूरिस्ट बेखौफ होकर कश्मीर की सुंदरता का आनंद लेंगे.
मानसून के कुछ दिनों को छोड़कर पूरा साल कश्मीर पर्यटकों के लिए खुला रहता है. पर्यटक गर्मियों में प्राकृतिक हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता के लिए कश्मीर आते हैं. वहीं, सर्दियों में बर्फ और स्की करते हैं. इसी तरह, हर साल 25 लाख से अधिक पर्यटक कश्मीर का दौरा करते हैं. टूर ऑपरेटरों का मानना है कि जम्मू और कश्मीर में अच्छे होटल, अच्छे रिसॉर्ट्स और क्लब हाउस शुरू हों तो पर्यटकों की संख्या एक करोड़ तक पहुंच सकती है.
गुजरात के टूर ऑपरेटरों का यह भी मानना है कि कश्मीर की सीधी प्रतिस्पर्धा स्विट्जरलैंड के साथ है. कश्मीर पर्यटन ठीक से विकसित नहीं हुआ है और विदेशी पर्यटक सुरक्षा की कमी के कारण कश्मीर से बच रहे थे. अगर विदेशी पर्यटकों को पर्याप्त सुरक्षा का आश्वासन दिया जाता है, तो कश्मीर विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा. ऑपरेटरों का यह भी मानना है कि कश्मीर में फिल्मों के अवसर बढ़ेंगे. कश्मीर में पर्यटन से सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि होगी.
दुनिया के सबसे ऊंचे पर्यटन स्थलों में से एक है कश्मीर. यहां गुलमर्ग, सोनमर्ग, पहलगाम, पटनीटॉप, वैष्णोदेवी, फ्लावर वैली, मोग गार्डन, दाल सरोवर, लेह लद्दाख पर्यटकों के पसंदीदा हैं. आर्टिकल 370 के रद्द होने से कश्मीर के अन्य स्थल एवं संगीत तथा शिल्पों को बढ़ावा मिल सकता है. कश्मीर में पर्यटन बढ़ने से खरीदारी का दायरा बढ़ेगा.