हैदराबाद : हाल के दिनों में दलित समुदाय पर हुए हमलों पर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि दलितों पर हमलों में जो लोग शामिल हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की जरूरत है। हैदराबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने अपने विरोधियों से दलितों के नाम पर राजनीति न करने का अनुरोध किया। साथ ही पीएम ने कहा कि अगर किसी को हमला करना है तो उन पर करे न कि दलित समुदाय पर। 


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पीएम ने कहा, 'यदि आप हमला करना चाहते हैं तो मुझ पर हमला करें न कि दलित समुदाय पर। यदि आप गोली चलाना चाहते हैं तो मुझ पर गोली चलाएं न कि दलितों पर।'




उन्होंने यहां भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं इन लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर आपको कोई समस्या है, अगर आपको हमला करना तो मुझ पर हमला करिए। मेरे दलित भाइयों पर हमला बंद करिए। अगर आपको गोली मारनी है तो मुझे गोली मारिए, लेकिन मेरे दलित भाइयों को नहीं। यह खेल बंद होना चाहिए।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर देश को प्रगति करनी है तो शांति, एकता और सद्भाव के मुख्य मंत्र की उपेक्षा नहीं की जा सकती।


उन्होंने कहा, ‘देश के विकास का मुख्य स्रोत देश की एकता है।’ उनका यह बयान उस वक्त आया है जब देश के कई हिस्सों में तथाकथित गोरक्षकों की ओर से दलितों और मुसलमानों के खिलाफ हिंसा करने को लेकर राजग सरकार को तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा है। मोदी ने कहा कि कुछ घटनाएं संज्ञान में आती हैं तो ‘बहुत दुख’ होता है। उन्होंने कहा, ‘दलितों की रक्षा करना और उनका सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी होनी चाहिए।’


उन्होंने कहा, ‘मैं जानता हूं कि यह समस्या सामाजिक है। यह पाप का परिणाम है जो हमारे समाज में घर कर गया है। परंतु हमें अतिरिक्त सावधानी बरतने और समाज को ऐसे खतरे से बचाने की जरूरत है।’ मोदी ने कहा कि समाज को जाति, धर्म और सामाजिक हैसियत के आधार पर बंटने नहीं देना चाहिये। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जो लोग इस सामाजिक समस्या का समाधान करना चाहते हैं, उनसे मैं ऐसी राजनीति छोडने का आग्रह करता हूं जो समाज को बांटती हो। विभाजनकारी राजनीति से देश का कोई भला नहीं होगा।’


गौरक्षकों पर प्रहार जारी रखते हुए मोदी ने रविवार को तेलंगाना में एक रैली को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने लोगों से इन ‘फर्जी’ रक्षकों से सचेत रहने को कहा जो समाज और देश को बांटना चाहते हैं और राज्यों से इन्हें कड़ा दंड देने को कहा।


पशुओं को देश की सम्पत्ति बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग गौरक्षा के नाम पर समाज में तनाव पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं।


उन्होंने कहा, ‘मैं देशवासियों को बताना चाहता हूं कि ऐसे फर्जी गौरक्षकों से सेचत रहें।’ प्रधानमंत्री ने राज्यों से ऐसे लोगों की पहचान करने को कहा जो समाज के तानेबाने को नष्ट करना चाहते हैं और इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।


प्रधानमंत्री ने कार्यभार संभालने के बाद तेलंगाना के पहले दौरे पर आने के बाद एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘ऐसे गिने चुने कुछ लोगों को उनके निहित स्वार्थ के लिए आपके अच्छे कार्यो को नष्ट करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।’


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब उनकी सरकार और भाजपा को उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश समेत विभिन्न राज्यों में गौरक्षकों द्वारा दलितों, मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। मोदी ने कहा कि इन लोगों का पर्दाफाश करने की जरूरत है ताकि ये अपनी कुटिल चाल में सफल नहीं हो सके।