यशवंत सिन्हा/नवादा: यदि कोई कुछ बनने की ठान ले तो उसे जेल की दीवारें भी नहीं रोक सकती हैं. कुछ ऐसा ही मामला बिहार के नवादा जिले से सामने आया है. हत्या के मामले में जेल में बंद सूरज कुमार (Suraj Kumar) उर्फ कौशलेंद्र ने जेएएम-2022 (JAM-2022) एग्जाम में सफलता हासिल की है. आइआइटी रुड़की द्वारा आयोजित इस परीक्षा में उसे 54वीं ऑल इंडिया रैंक मिली है. 


एक साल से जेल में बंद है सूरज 


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विचाराधान बंदी सूरज वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के मोसमा गांव का रहने वाला है और तकरीबन एक साल से एक हत्या के मामले में जेल में बंद है. 


जेल में ही एग्जाम की तैयारी 


सूरज ने मंडल जेल, नवादा में रहते हुए परीक्षा की तैयारी की. परीक्षा की तैयारी में जेल प्रशासन ने उसकी काफी मदद की. कड़ी मेहनत व लगन से उसने जेल में रहते हुए परीक्षा की तैयारी की. 


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अप्रैल 2021 में गया था जेल


गौरतलब है कि वारिसलीगंज के मोसमा गांव में रास्ता विवाद को लेकर दो परिवारों के बीच जमकर मारपीट हुई थी. अप्रैल 2021 को हुई मारपीट में संजय यादव बुरी तरह जख्मी हो गए थे. इलाज के लिए पटना ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई थी. तब मृतक के पिता बासो यादव ने सूरज, उसके पिता अर्जुन यादव समेत 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था. 19 अप्रैल 21 को पुलिस ने सूरज समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था, तब से सूरज जेल में बंद है. 



 


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