नई दिल्ली: Facebook अधिकृत मैसेजिंग ऐप WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी (Whatsapp New Privacy Policy) लगातार सवालों के घेरे में है. तमाम आपत्तियों के बाद कंपनी इसे अगले तीन माह के लिए टाल चुकी है, इसी बीच सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने फेसबुक (Facebook) और व्हाट्सएप (WhatsApp) को नोटिस जारी किया है. 


यूजर की प्राइवेसी का क्या?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) ने फेसबुक (Facebook) और व्हाट्सएप (WhatsApp) को नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर नोटिस इश्यू करते हुए कहा कि यूजर की प्राइवेसी को सुरक्षित रखा जाना बेहद महत्वपूर्ण है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के नोटिस के जवाब में फेसबुक और व्हाट्सएप को यह बात स्पष्ट करनी होगी कि यूजर्स का किस तरह का डेटा शेयर किया जा रहा है और किस तरह का डेटा शेयर नहीं किया जा रहा. 


WhatsApp, FB को दो टूक


चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने सख्त टिप्पणी करते हुए WhatsApp, Facebook प्रबंधन से कहा, 'आप  (WhatsApp, Facebook) होंगे 2-3 ट्रिलियन डॉलर की कम्पनी, लेकिन लोगों की प्राइवेसी उससे भी अधिक कीमती है. इसकी रक्षा हमारी ड्यूटी है.' इस पर WhatsApp ने सुप्रीम कोर्ट से कहा, यूरोप में प्राइवेसी पर स्पेशल कानून है, अगर भारत में भी इसी तरह का कानून है तो इसका पालन करेंगे. मामले की अगली सुनवाई 4 हफ्ते बाद होगी.


यह भी पढ़ें: सिर्फ FASTAG से नहीं चलेगा काम! Yamuna Expressway पर चलना है तो डाउनलोड कर लीजिए Highway Saathi App


लगातार दूसरे मैसेजिंग ऐप पर शिफ्ट हो रहे यूजर


बता दें, WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी का ऐलान 5 जनवरी को हुआ था. इसके बाद से ही WhatsApp यूजर काफी नाराज हैं. WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी के ऐलान के बाद से ही बड़ी संख्या में लोग Signal और Telegram जैसे मैसेजिंग ऐप शिफ्ट हो रहे हैं. साथ ही WhatsApp के खिलाफ कोर्ट में भी याचिका दाखिल की गई है. WhatsApp पर नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर भारतीय नागरिकों के 'राइट टू प्राइवेसी' के अधिकार का उल्लंघन करने का आरोप लग रहा है. ऐसे में Whatsapp New Privacy Policy 15 मई 2021 तक टाल दी गई है.


VIDEO