Sushil Kumar Modi Death News: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी का सोमवार को 72 साल की उम्र में निधन हो गया. सुशील कुमार मोदी लंबे समय से कैंसर का इलाज करा रहे थे. इस साल अप्रैल में उन्होंने बताया था कि वे कैंसर से जूझ रहे हैं. अपने खराब स्वास्थ्य के कारण उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव से दूरी बना ली थी. भाजपा में उन्होंने कई बड़ी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया. एक वक्त ऐसा भी आया जब सुशील मोदी पर बम से हमला हुआ था. आइये जानते हैं उनके संघर्ष और सियासी सफर के बारे में. 


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बिहार में तैयार की भाजपा की मजबूत बुनियाद


सुशील कुमार मोदी बिहार के डिप्टी सीएम और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता थे. बिहार में भाजपा के प्रमुख चेहरा थे. ये कहना गलत नहीं होगा कि बिहार में भाजपा को मजबूत करने में सबसे बड़ा हाथ सुशील मोदी का ही था. सुशील मोदी 2005 से 2013 तक बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री रहे. उनका जन्म जनवरी 1952 में हुआ था. उन्होंने कम उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सदस्यता ले ली थी. 


कॉलेज में जीते था छात्रसंघ का चुनाव


सुशील मोदी का राजनीतिक करियर तब शुरू हुआ जब वह कॉलेज में थे और 1973 में छात्र संघ के महासचिव थे. अपने राजनीतिक करियर के शुरुआती दिनों में, मोदी 1974 में बिहार में छात्र आंदोलन का हिस्सा थे और आपातकाल के दौरान उन्हें पांच बार गिरफ्तार भी किया गया था. मोदी ने 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान स्कूली छात्रों को एकजुट करने में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी. 


चारों सदनों की राजनीति


भारतीय राजनीति में मोदी की सक्रिय भूमिका 1990 में शुरू हुई जब उन्होंने पटना सेंट्रल विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. वह 1996 से 2004 तक राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे. 2004 में उन्होंने भागलपुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा में एक सीट भी जीती. 2005 में जब बीजेपी बिहार में सत्ता में आई तो मोदी को बिहार बीजेपी विधायक दल का नेता बनाया गया. 2012 में सुशील मोदी विधान परिषद सदस्य चुने गए. 2018 में भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेजा. सुशील मोदी चुनिंदा नेताओं में से एक थे जिन्होंने चारों सदनों की राजनीति की थी. 


जब सुशील कुमार मोदी पर हुआ था बम से हमला


सुशील कुमार मोदी से जुड़ी एक डरा देने वाली घटना की चर्चा हमेशा होती रहती है. 1992-93 में पटना विश्वविद्यालय के ठीक सामने रमना रोड पर एक व्यापारी की हत्या हुई थी. सुशील मोदी व्यापारी के परिजनों से मिलने पहुंचे थे. उस वक्त वे अपने पीली रंग की वेस्पा स्कूटर से चला करते थे और पीछे उनका बॉडीगार्ड रिवॉल्वर लिए बैठा रहता था. व्यापारी के परिजनों से मिलने के बाद जब वे लौट रहे थे तो अपराधियों ने उनपर बम और गोलियों से हमला किया था. उनके ऊपर कई बम फेंके गए थे और कई फायर भी किए गए थे. तब सुशील मोदी की जान बच गई थी, उन्हें बम के हमले सो कुछ चोटें आईं थीं. इसके बाद भी सुशील मोदी पर जानलेवा हमले किए गए थे. लेकिन वे निडर होकर बिहार की राजनीति में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे.


कल होगा अंतिम संस्कार


सुशील कुमार के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत तमाम दिग्गज हस्तियों ने दुख व्यक्त किया है. बिहार के मौजूदा उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा सहित कई भाजपा नेताओं ने दुख व्यक्त किया और सुशील कुमार मोदी के शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. पूर्व राज्यसभा सांसद का पार्थिव शरीर कल (14 मई) पटना के राजेंद्र नगर इलाके में उनके आवास पर लाया जाएगा और दिन में अंतिम संस्कार किया जाएगा.