सुषमा स्वराज ने 7:23 PM पर किया Tweet, 8:50 पर हरीश साल्वे को किया फोन कॉल, 9 बजे सबको रूला गईं
प्रसिद्ध वकील हरीश साल्वे ने बताया कि मंगलवार रात करीब 8:50 PM बजे सुषमा स्वराज ने उन्हें फोन कॉल किया था. सुषमा ने उनसे कहा कि वह उनसे मिलने आएं और अंतरराष्ट्रीय अदालत (ICJ) में कुलभूषण जाधव का केस लड़ने की फीस लेकर जाएं.
नई दिल्ली: पूर्व विदेशमंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) के निधन की खबर से सभी अचंभित है. सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने मौत से चंद मिनट पहले तक सामान्य थीं, वह घर पर टीवी देख रही थीं और जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने को लेकर काफी खुश थीं. लेकिन ना जानें नीयत को मंजूर था कि चंद मिनट बाद ही उन्हें हार्ट अटैक आया और वह पूरी दुनिया को रूला कर चली गईं.
मौत से चंद मिनट पहले हरीश साल्वे (Harish Salve) से हुई थी बात
प्रसिद्ध वकील हरीश साल्वे (Harish Salve) ने बताया कि मंगलवार रात करीब 8:50 PM बजे सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने उन्हें फोन कॉल किया था. सुषमा ने उनसे कहा कि वह उनसे मिलने आएं और अंतरराष्ट्रीय अदालत (ICJ) में कुलभूषण जाधव का केस लड़ने की फीस लेकर जाएं. यहां आपको बता दें कि हरीश साल्वे (Harish Salve) ने महज एक रुपए की फीस के एवज में अंतरराष्ट्रीय अदालत (ICJ) में कुलभूषण जाधव के केस की पैरवी की थी. खुद सुषमा इस बात को ट्वीट करके बता चुकी हैं.
7:23 PM पर सुषमा ने पीएम मोदी को किया था धन्यवाद ट्वीट
परिवार के लोगों ने बताया कि सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) मंगलवार को काफी खुश थीं. दरअसल, मंगलवार को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) राज्य को 2 केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) और लद्दाख में बांटे जाने संबंधी जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) पुनर्गठन विधेयक राज्यसभा के बाद लोकसभा में भी पास हो गया. राष्ट्रपति के दस्तखत के साथ ही यह बिल कानून का रूप ले लेगा. जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) को विशेष दर्जा देने संबंधी आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाने का प्रस्ताव भी पास हो गया है. जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा खत्म होने से सुषमा काफी खुश थीं. इसी खुशी को जाहिर करने के लिए उन्होंने मंगलवार 7:23 PM बजे ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद किया था, जिसमें लिखा, 'प्रधान मंत्री जी - आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी.'
परिवार के लोगों का कहना है कि रात करीब 9 बजे उन्हें बेचैनी महसूस हुई. आनन-फानन में उन्हें एम्स ले जाया गया. यहां डॉक्टरों की टीम ने उनकी हालत में सुधार लाने की पूरी कोशिश की, लेकिन संभव नहीं हो सका. इस तरह सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) अपने चाहने वालों को रूलाकर चली गईं.