Delhi Crime: श्रद्धा मर्डर केस में अब जांच तेज हो गई है. दिल्ली पुलिस महरौली के जंगल में श्रद्धा मर्डर केस के सबूतों की तलाश कर रही है. आरोपी आफताब को लेकर पुलिस सबूतों की और बाकी बॉडी पार्ट्स की तलाश कर रही है. वहीं मामले में खुलासे लगातार हो रहे हैं. श्रद्धा के दोस्त ने बताया कि उसको जान का खतरा था.आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े कर जंगल में फेंके थे, जिनमें से कुछ बरामद कर लिए गए हैं. अब डीएनए सैंपल से उनका मिलान किया जाएगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हत्या की तारीख पर सस्पेंस


जिस श्रद्धा की हत्या पर दिल्ली से लेकर मुंबई तक हाहाकार मचा हुआ है. उसकी तारीख को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है. आफताब ने दिल्ली पुलिस को बताया कि उसने 18 मई को हत्या की. लेकिन श्रद्धा के दोस्त का दावा है कि उसकी श्रद्धा से बातचीत जुलाई महीने के आखिरी में हुई थी. दोस्त ने आगे कहा कि अगस्त से मुझे चिंता होने लगी फिर मैंने कॉमन दोस्तों से पूछा और बाद में श्रद्धा के भाई को जानकारी दी. 


उसने कहा कि श्रद्धा और आफताब के बीच बहुत झगड़े होते थे और आफताब पहले भी उसे मारने की धमकी दे चुका था. दोस्त के मुताबिक श्रद्धा ने कहा था कि उसकी जान खतरे में है और हम दोस्तों ने उसकी मदद भी की थी. इस मामले में एक खुलासा यह भी हुआ है कि मर्डर के बाद आफताब ने श्रद्धा के इंस्टाग्राम से उसके दोस्तों से बात की थी. श्रद्धा के मर्डर के 20-25 दिन बाद एक अन्य लड़की को डेटिंग ऐप के जरिये उसने अपने घर बुलाया था. उसने लड़की के साथ सेक्स किया. उससे पहले आफताब ने श्रद्धा के कई बॉडी पार्ट्स को छुपा कर कबर्ड में रख दिया था. 


सबूत मिटाने की कोशिश की
 
जानकारी के मुताबिक, आफताब ने सबूत मिटाने के लिए सल्फर हाइपोक्लोरिक एसिड का इस्तेमाल किया. उससे इससे फर्श को धोया, जिससे फॉरेंसिक जांच के दौरान DNA सैंपल ना मिले. झगड़े के दौरान वह श्रद्धा की छाती पर बैठ गया और उसका गला दबा दिया.


 हत्या करने के बाद उसने श्रद्धा की लाश को बाथरूम में रख दिया. हत्या करने के बाद उसने फर्श को धोने के लिए एसिड और बॉडी को काटने के तरीकों के बारे में गूगल पर सर्च किया था. उसने श्रद्धा और अपने खून से सने कपड़े कूड़ा उठाने वाली एमसीडी की वैन में डाल दिए थे. 


पुलिस के मुताबिक, आफताब शुरू से पुलिस से सिर्फ अंग्रेजी में बात कर रहा है. वह बोल रहा है- 'Yes I Killed Her'. जानकारी मिली है कि हिमाचल में आफताब की बद्री नाम के शख्स से मुलाकात हुई थी. बद्री खुद छतरपुर इलाके में रहता है. उसके कहने पर ही दोनों छतरपुर रहने लगे थे. 


दिल्ली पहुंचे घरवाले


बेटी के कत्ल की खबर मिलते ही श्रद्धा के परिवारवाले मुंबई से दिल्ली पहुंच गए. कुछ दिन पहले लड़की के पापा को लगा था कि उनकी बेटी का कोई अता-पता नहीं है. तो उन्होंने मुंबई पुलिस के पास जाकर लापता की शिकायत दर्ज कराई थी. पिता ने बताया कि शुरू में लड़के ने हमसे कहा था कि हमारी लड़ाई हुई है और वो मुझे छोड़कर चली गई. उन्होंने कहा कि हत्यारे को मौत की सजा मिलनी चाहिए और जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है. वह अपने चाचा के करीब थी और मुझसे ज्यादा बात नहीं करती थी. मेरी आफताब से भी कोई बात नहीं होती थी. 


क्या बोले पड़ोसी


श्रद्धा और आफताब के पड़ोसियों का कहना है कि वो लोग किसी से बात नहीं करते थे. ज्यादातर घर के अंदर ही रहते थे. लेकिन घर से लड़ाई की आवाज आती थी. दोनों में झगड़ा होता रहता था. उन्होंने बताया कि लड़का एकदम आराम से रह रहा था जैसे कुछ हुआ ही न हो.


श्रद्धा की मर्डर DIARY


8 मई
मुंबई से दिल्ली आए


15 मई
छतरपुर के फ्लैट में शिफ्ट


18 मई
श्रद्धा की हत्या


19 मई 
नया फ्रिज खरीदा


9 नवंबर
श्रद्धा के पिता दिल्ली आए


10 नवंबर
पिता ने FIR दर्ज कराई


12 नवंबर
आफताब गिरफ्तार


14 नवंबर 
कोर्ट में पेशी, 5 दिन की रिमांड


ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर