Swami Prasad Maurya Statement: सपा (SP) के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य बीपी मंडल की जयंती के मौके पर जातिगत जनगणना गोष्ठी में शामिल होने रायबरेली के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे. वहां स्वामी प्रसाद मौर्य ने बागेश्वर बाबा (Bageshwar Baba) के भारत को हिंदू राष्ट्र (Hindu Rashtra) बनाने वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर हिंदू राष्ट्र हो सकता है तो खालिस्तान क्यों नहीं? इसी तरह अन्य धर्मों के नाम पर भी देश का बंटवारा होगा. सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि इसलिए मुश्किल से मिली स्वतंत्रता को बचाते हुए संविधान के अनुसार पंथ निरपेक्ष राष्ट्र बना रहना ही उचित है.


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बीजेपी पर स्वामी प्रसाद मौर्य का निशाना


इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी को कोसते हुए कहा कि यह सरकार नौजवान और किसान के लिए कुछ नहीं कर रही है. डबल इंजन की सरकार देश के नौकरी देने वाले संस्थानों को अडानी और अंबानी को बेचकर उन्हें मोटा बना रही है.


स्वामी प्रसाद मौर्य की विवादित टिप्पणी


गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं. हिंदुओं की पवित्र पुस्तक रामचरितमानस पर भी स्वामी प्रसाद मौर्य विवादित टिप्पणी कर चुके हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस की एक चौपाई को विवादित बताते हुए उसे पुस्तक से हटाने की मांग की थी. हालांकि, इसका काफी विरोध भी हुआ था.


स्वामी प्रसाद मौर्य का राजनीतिक सफर


जान लें कि स्वामी प्रसाद मौर्य पूर्व में मंत्री रह चुके हैं. वो योगी सरकार के पहले टर्म में और उससे पहले मायावाती की सरकार में मंत्री रह चुके हैं. सपा से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य बीएसपी और बीजेपी दोनों पार्टियों में रह चुके हैं. 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी छोड़ सपा का दामन थाम लिया था. 2022 में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से चुनाव लड़ा था. हालांकि, उन्हें करीब 26 हजार वोटों से करारी शिकस्त मिली थी.


(इनपुट- सैयद हुसैन अख्तर)