तमिलनाडु में एक आईपीएस अधिकारी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. आईपीएस अधिकारी बलदेव सिंह पर पुलिस स्टेशन में लोगों के दांत उखाड़ने और प्राइवेट पार्ट पर हमला करने का आरोप लगा है. आरोप भी एक दो लोगों के साथ प्रताड़ना का नहीं है, बल्कि करीब 40 लोगों के दांत उखाड़े जाने का मामले सामने आया है. हालांकि, आरोप लगने के बाद आईपीएस को उनके कार्य से मुक्त कर दिया गया है और उन्हें अनिवार्य प्रतीक्षा पर रखा गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस पूरे मामले में तिरुनेलवेली के जिलाधिकारी के.पी. कार्तिकेयन ने कार्रवाई करते हुए आईपीएस अधिकारी बलदेव सिंह के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के आदेश दे दिए हैं. आईपीएस अधिकारी पर कुछ आरोपियों के दांत उखाड़ने और दो पुरुषों के अंडकोष फोड़ने का आरोप है.


सूत्रों के मुताबिक, पीड़ित लोगों ने अधिकारी के खिलाफ प्रताड़ना का आरोप लगाया है. साथ ही जिलाधिकारी कार्तिकेयन ने जांच के आदेश जारी करते हुए बताया कि राज्य पुलिस ने आरोपी अधिकारी की पोस्टिंग से मुक्त कर दिया है.


पूरे मामले में जिलाधिकारी कार्तिकेयन ने उपसंभागीय मजिस्ट्रेट द्वारा जांच के आदेश दिए हैं. ये आदेश तमिलनाडु पुलिस स्थायी आदेश के अनुसार दिया गया है. बलवीर सिंह साल 2020 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उन्होंने हाल ही में अलग-अलग मामलों में पकड़े गए लोगों को कथित तौर पर प्रताड़ित किया.


राजस्थान के रहने वाले अधिकारी 15 अक्टूबर 2022 को तिरुनेलवेली जिले में अम्बासमुद्रम पुलिस उपसंभाग में तैनात थे. वो आइआइटी बांबे के छात्र रह चुके हैं. आरोप है कि बलदेव सिंह का आरोपितों को प्रताडि़त करने का यह पुराना तरीका है. इस तरह से उन्होंने करीब 40 लोगों के दांख उखाड़े हैं.


न्यूज एजेंसी आइएएनएस के अनुसार बलदेव सिंह ने दांत उखाड़ने के लिए पुलिसकर्मियों को आरोपियों को पकड़कर रखने के लिए कहते थे और फिर प्लास से दांत उखाड़ देते थे. 


हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे