अमरावती: आंध्र प्रदेश में अमलापुरम से सत्तारूढ़ तेलुगू देशम पार्टी के सांसद सोमवार को पार्टी छोड़कर विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस में शामिल हो गये. पूर्वी गोदावरी जिले में अमलापुरम (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र से सांसद पांडुला रवींद्र बाबू ने वाईएसआरसी अध्यक्ष वाईएस जगनमोहन रेड्डी से मुलाकात की और औपचारिक रूप से विपक्षी पार्टी में शामिल हो गये. बाबू, बीते एक सप्ताह में वाईएसआरसी में शामिल होने वाले टीडीपी के ऐसे दूसरे सांसद हैं. इससे पहले अनाकापल्ली से सांसद एम श्रीनिवास राव भी तेदेपा में शामिल हुए थे.


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चिराला से विधायक अमनची कृष्ण मोहन भी पिछले सप्ताह टीडीपी छोड़कर जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल हो गये. केंद्रीय सेवा के पूर्व अधिकारी रवींद्र बाबू 2014 में पहली बार लोकसभा के लिये चुने गये थे. ऐसी चर्चा थी कि टीडीपी बाबू को एक बार फिर अमलापुरम संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में नहीं उतारने वाली थी, जिससे बाबू नाराज बताये जा रहे थे. रेड्डी के साथ मुलाकात के बाद बाबू ने कहा, ‘‘वाईएसआरसी में शामिल होकर मैं खुश हूं. यह मेरे लिये घर वापसी जैसा है.’’ 


उन्होंने मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू पर आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे पर कई बार पलटने और विशेष आर्थिक पैकेज के नाम पर राज्य की जनता को धोखा देने का आरोप लगाते हुए उनकी आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि आखिरकार सिर्फ नायडू के कारण राज्य को केंद्र से कुछ नहीं मिला. उन्होंने कहा, ‘‘जब तक चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री रहेंगे तब तक राज्य समृद्ध नहीं बनेगा.’’


(इनपुट भाषा से)