Tej Pratap On Pran Pratishtha: प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए रामनगरी अयोध्या का श्रीराम मंदिर (Ram Mandir) सजकर तैयार है. हिंदू समाज के 500 साल के तप के बाद आज प्रभु श्रीराम अपने नए और दिव्य मंदिर में विराजने (Ram Mandir Pran Pratishtha) जा रहे हैं. रामलला के श्रीविग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक अनुष्ठान आज संपन्न होने जा रहा है. पूरे अवधपुरी यानी अयोध्या में उत्सव सा माहौल है. रामपथ, भक्तिपथ, धर्म पथ की आभा अलौकिक हो गई है. हर तरफ प्रभु श्रीराम के झंडे लहरा रहे हैं. इस बीच, आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने सवाल उठाए हैं और कहा है कि राम को लाने से पहले अपने अंदर के रावण को बाहर निकालें.


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तेज प्रताप यादव ने उठाए सवाल


तेज प्रताप यादव ने एक्स पर पोस्ट किया, 'राम तो सबके मन में हैं. अंधभक्त राम को लाने से पहले अपने अंदर के रावण को बाहर निकालें क्योंकि राम के लोग कभी भेदभाव नहीं करते. सबसे पहले महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बंद होना चाहिए. गरीबी और भूख जैसे रावण को कैसे खत्म करें, इस पर विचार होना चाहिए. राम को लाना है तो अपने बुरे विचारों को बाहर निकालिए और देश को प्रेम सद्भाव और खुशहाली के रास्ते पर लेकर चलिए.' साथ में उन्होंने हैशटैग लगाकर लिखा Jai Siya Ram.



पहले भी दिया था विवादित बयान


बता दें कि तेज प्रताप पहले भी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं. हाल ही में तेज प्रताप यादव ने कहा था कि 22 जनवरी को भगवान श्रीराम अयोध्या नहीं जाएंगे. ऐसा खुद प्रभु राम ने उनके सपने में आकर कहा है. हालांकि, इस बयान के बाद उन्हें काफी विरोध झेलना पड़ा था. बीजेपी ने तेज प्रताप को ऐसे बयान नहीं देने की नसीहत दी थी.


तेजस्वी भी कर चुके हैं बयानबाजी


गौरतलब है कि तेज प्रताप के अलावा उनके छोटे भाई और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बयानबाजी कर चुके हैं. तेजस्वी यादव ने एक रैली में कहा था कि मंदिर बनाने से क्या होगा? अगर भूख लगेगी तो क्या मंदिर जाओगे, वहां तो उलटा दान देना पड़ता है. अगर बीमार होगे तो क्या अस्पताल की जगह मंदिर जाओगे. जिसके बाद बीजेपी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि लालू परिवार की तरफ से ऐसे बयान इस वजह से आ रहे हैं क्योंकि वे तुष्टिकरण की पॉलिटिक्स करते हैं.