Jammu and Kashmir: खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि पाक अधिकृत कश्मीर यानि पीओके में स्थित कैंपों में आतंकियों की संख्या में इजाफा हुआ है. ज़ी मीडिया को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक पीओके के कुछ टेरर कैंपों को लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के नजदीक शिफ्ट किए जाने की खुफिया जानकारी मिली है. मल्टी एजेंसी सेंटर (MAC) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक लाइन आफ कंट्रोल से सटे लॉन्चिंग पैड पर 150 के करीब आतंकियों के होने की जानकारी मिली है जो सीमा पार कर भारतीय सीमा में घुसने की फिराक में हैं.


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केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक एलओसी पर बर्फबारी से पहले सीमा पार से आतंकियों को घुसपैठ कराने की लगातार कोशिश हो रही है. सीमा पर सख्त निगरानी के चलते आतंकी संगठन जैश, लश्कर और हिजबुल जैसे ग्रुप अपनी रणनीतियों में लगातार बदलाव कर रहे हैं.


केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि लाइन आफ कंट्रोल और पाकिस्तान से सटे इंटरनेशनल बॉर्डर पर आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ कराने के लिए आतंकी टनल का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. कुछ महीनों पहले भी बार्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने जम्मू से सीमा पर ऐसे ही एक टनल का पता लगाया था.


ड्रोन एक्टिविटी दोगुनी हुई
जम्मू कश्मीर में मौजूद आतंकियों को ड्रोन के जरिए हथियार और गोला बारूद की सप्लाई की जा रही है. गृह मंत्रालय को भेजी एक सुरक्षा एजेंसियों की एक रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है कि पिछले साल के मुकाबले पाकिस्तान से सटी भारतीय सीमा में ड्रोन एक्टिविटी दोगुनी हो गई है. पिछले साल यानी साल 2021 में जहां 109 ड्रोन की गतिविधियों को देखा गया था वहीं इस साल सितंबर तक ये संख्या बढ़कर 214 हो गई हैं. बीएसएफ इस साल पंजाब से सटे पाकिस्तान बॉर्डर पर सीमा पार से भारतीय सीमा में घुसपैठ कर रहे 9 ड्रोन को मार गिरा चुकी है.


कश्मीर में सामान्य हालात से पाकिस्तान बौखलाया
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी जम्मू कश्मीर में लगातार स्थितियां सामान्य होने से भी बौखलाई हुई है. पिछले दिनों गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू कश्मीर दौरे के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घरों से निकल कर गृह मंत्री की रैली में शामिल हुए.


बारामुला में पिछले 35 सालों में किसी भी केन्द्रीय मंत्री की हुई रैली और रैली में लग रहे भारत माता के नारे ने पाकिस्तान को बेचैन कर दिया है. जम्मू कश्मीर में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले ये बताते हैं कि पाकिस्तान कश्मीर में अमन चैन की हर कोशिश को नाकाम करने में लगा हुआ है. जम्मू कश्मीर में इस साल अब तक रिकार्ड 1.62 करोड़ पर्यटकों ने जम्मू कश्मीर की यात्रा की है.



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