DNA: संभल हिंसा का 'दाऊद कनेक्शन', पुलिस ने पलटे '1998' के पन्ने, तीन बदमाशों से आई शक की बू
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DNA: संभल हिंसा का 'दाऊद कनेक्शन', पुलिस ने पलटे '1998' के पन्ने, तीन बदमाशों से आई शक की बू

Sambhal Hindu Temple: संभल दंगे में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम आया है एक कारतूस मिलने के बाद. दीपा सराय इलाके में जांच के दौरान नाले से पुलिस को पाकिस्तान मेड कारतूस बरामद हुआ था. इस कारतूस को फिलहाल बैलिस्टिक जांच के लिए भेजा गया है. लेकिन इसी बीच पुलिस एक नए एंगल से जांच कर रही है.

DNA: संभल हिंसा का 'दाऊद कनेक्शन', पुलिस ने पलटे '1998' के पन्ने, तीन बदमाशों से आई शक की बू

Sambhal Violence: एक तरफ संभल में सत्य सनातन के साक्ष्य मिल रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ संभल में हुए दंगे की जांच में हर रोज नए खुलासे सामने आ रहे हैं. और अब  संभल दंगे में दाऊद कनेक्शन सामने आ रहा है. संभल हिंसा मामले में अबतक कुल 50 गिरफ्तारी हो चुकी है. लेकिन इस हिंसा के मास्टरमाइंड की तलाश के दौरान पुलिस के सामने दाऊद इब्राहिम का नाम सामने आया.

संभल दंगे का दाऊद कनेक्शन

संभल दंगे में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम आया है एक कारतूस मिलने के बाद. दीपा सराय इलाके में जांच के दौरान नाले से पुलिस को पाकिस्तान मेड कारतूस बरामद हुआ था. इस कारतूस को फिलहाल बैलिस्टिक जांच के लिए भेजा गया है. लेकिन इसी बीच पुलिस एक नए एंगल से जांच कर रही है.

पाकिस्तान मेड कारतूस की जांच के बाद अब पुलिस ऐसे लोगों की लिस्ट निकाल रही है जो 1998 के बाद से संभल से गायब हुए हैं. पुलिस को जांच में ऐसे 100 लोग मिले हैं जो संभल से भागकर पाकिस्तान गए थे. पुलिस की जांच में सबसे ऊपर जो नाम सामने आ रहा है वो है शारिक साठा.

पुलिस निकाल रही अपराधियों की लिस्ट

शारिक साठा दाऊद गैंग के साथ काम कर रहा है. वो दुबई में रहकर हवाला के जरिए टेरर फंडिंग कर रहा है. शारिक साठा कभी भारत में लग्जरी कारें चुराने वाले गैंग का सरगना था. उस पर दिल्ली, NCR, नॉर्थ ईस्ट में 100 से ज्यादा केस हैं. शारिक साठा आखिरी बार 2018 में दिल्ली से अरेस्ट हुआ था. 3 महीने बाद जमानत पर बाहर आया और नवंबर 2018 के बाद से लापता है. 

2021 में दिल्ली पुलिस को पता चला कि वो दुबई में है. ISI से मिलकर भारत में नकली नोटों की सप्लाई कर रहा है. पुलिस की जांच में तीन नाम और सामने आए हैं. पहला नाम दीपासराय में रहने वाले सईद अख्तर का है. सईद अख्तर 1998 से लापता है. उसके अफगानिस्तान में होने की शक है.

आसपास के इलाकों के जमा किए गए थे दंगाई

दूसरा नाम शरजील अख्तर का है. ये दीपासराय से थोड़ी दूरी पर नखासा का रहने वाला है. शरजील 2012 से लापता है. तीसरा नाम उस्मान उर्फ असद उर्फ अदनान का है. ये दीपासराय के अंजुमन रोड का रहने वाला है. अदनान 1999 में सनाउल के कहने पर ट्रेनिंग लेने पाकिस्तान गया था.

संभल दंगे की जांच में पहले सामने आया था कि आसपास के जिलों से दंगाइयों को इकट्ठा किया गया था. लेकिन जांच में अब ये खुलासा हो रहा है कि इसके तार डी कंपनी और आतंकी गुटों से भी जुड़े हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि कहीं संभल की तरह यूपी और देश के बाकी जिलों में तो कहीं ऐसी साजिश नहीं रची जा रही है. कहीं आतंकी अब दंगों वाले किसी नए टेरर मॉड्यूल पर तो काम नहीं कर रहे हैं.

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