हैदराबाद: विश्व का सबसे बड़ा मालवाहक विमान -एंतोनोव एएन-225 देर रात हैदराबाद के शमशाबाद राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा।


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इस मालवाहक विमान में छह टर्बोफेन इंजिन लगे हैं और यह अब तक बना सबसे बड़ा व भारी विमान है। हैदराबाद में लैंड होने से पहले यह विमान तुर्कमेनिस्तान, मलेशिया रूका था। कार्गो प्लेन 'एंतोनोव एएन-225 मरिया' अपनी पहली कमर्शियल फ्लाइट के लिए मंगलवार को कीव से रवाना हो गया था।


कार्गो तुर्कमेनिस्तान से होता हुआ भारत आया है और अगले रविवार को प्लेन ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में लैंड करेगा।प्लेन में 117 टन वजनी इलेक्ट्रिक जनरेटर है। कार्गो एक बार में करीब 640 टन सामान ले जा सकता है। साथ ही ये प्लेन बिना रिफ्यूलिंग के 18 घंटे तक बिना रुके उड़ान भर सकता है।


इस प्लेन में छह इंजन भी लगे हैं।  कीव से पर्थ की जर्नी में भारी वजन के कारण प्लेन तुर्कमेनिस्तान, भारत और मलेशिया में रुककर ईधन भरेगा।गौरतलब है कि यह दुनिया का अकेला ऐसा प्लेन है, जिसका विंग एरिया बोइंग 747 प्लेन के विंग एरिया से तकरीबन दोगुना है।



यह 640 टन तक के भार के साथ उड़ान भर सकता है। इस विमान में की क्षमता 1500 लोगों को एक साथ ले जाने की है जो किसी भी बड़े विमान की तुलना में कई गुना अधिक है।इस विमान का निर्माण 80 के दशक में रूस के एक स्पेसक्राफ्ट को लॉन्चपैड तक ले जाने के लिए किया गया था।



यह एक बार में 4000 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकता है। यह प्लेन सात मंजिला है तथा इसमें 32 टायर होने के साथ 6 इंजन है।यह दुनिया का अकेला ऐसा विमान है, जिसका विंग एरिया बोइंग 747 प्लेन के विंग एरिया से तकरीबन दोगुना है।


यह कार्गो विमान 10 ब्रिटिश टैंक लेकर उड़ सकता है।लंबे समय तक इस कार्गो का इस्तेमाल सोवियत आर्मी द्वारा किया गया था।