नई दिल्ली. आपने कोर्ट में पेंडिग पड़े कई केसों के बारे में सुना होगा. जो कई साल से अटके पड़े हैं. लेकिन क्या आपको पता है देश का सबसे पुराना केस कौन सा है जो अभी तक कोर्ट में पेंडिंग पड़ा हुआ है. आपको जानकार हैरानी होगी कि कलकत्ता हाई कोर्ट देश की सबसे अधिक पेंडिंग केसों वाली अदालत मानी जाती है. इसमें फिलहाल 2.24 लाख केस पेंडिंग हैं. इनमें 10129 केस ऐसे हैं, जिन्हें पेंडिंग में पड़े हुए 30 साल से ज्यादा समय हो चुका है. लेकिन भारत में एक केस ऐसा भी है जो 221 सालों से पेंडिंग है. इसे देश का सबसे पुराना पेंडिंग केस भी कहा जाता है. आइए आपको इस केस के बारे में बताते हैं.


221 सालों से पेंडिंग में है केस


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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कलकत्ता' हाई कोर्ट का केस नंबर AST/1/1800 देश का सबसे पुराना पेंडिंग केस है. 221 साल पुराना ये केस पहली बार सन 1800 में एक निचली अदालत में रजिस्टर्ड किया गया था. इस केस में लास्ट सुनवाई 20 नवंबर 2018 को कलकत्ता हाई कोर्ट में हुई थी. इसकी फाइलें निचली अदालतों में करीब 170 साल से पेंडिग थीं, जिसके बाद इसे 1 जनवरी 1970 को इसे कलकत्ता उच्च न्यायालय में पंजीकृत किया गया. ताकि इसकी सुनवाई जल्दी निपट सके. लेकिन अफसोस की बात ये है कि हाई कोर्ट में भी इस केस को पिछले 51 सालों से सिर्फ तारीख पे तारीख ही नसीब हुई है.


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सब जगह का है यही हाल


सिर्फ कलकत्ता हाई कोर्ट की ही नहीं बल्कि देशभर की ज्यादातर अदालतों की हालत खस्ता है. देश की 24 हाई कोर्ट में करीब 56 लाख केस पेंडिंग हैं. इन केसों में से 59595 केस ऐसे हैं, जो 30 साल से पेंडिंग हैं. देश की सबसे बड़ी हाई कोर्ट इलाहाबाद हाई कोर्ट में 42764 केस 30 साल से ज्यादा पुराने हैं.



(Source- NJDG)


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324 सालों में निपट पाएंगे सभी केस


राष्ट्रीय न्यायिक डाटा ग्रिड (एनजेडीजी) के आंकड़ों के अनुसार, देश भर की करीब 17000 जिला और अधिनस्थ अदालतों में 89000 केस पेंडिंग हैं, जो 30 साल से पुराने हैं. जबकि कुल पेंडिंग केसों की संख्या 3.6 करोड़ है. सरकार की तरफ से किए गए एक सर्वे की मानें तो यदि इसी गति से केसों का निपटारा होता है तो इन सभी केसों को खत्म होने में 324 साल लग सकते हैं. निचली अदालतों में 140 केस ऐसे भी हैं, जो 60 साल से ज्यादा पुराने हैं.


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