नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की चोट पर भड़काऊ भाषण देते हुए टीएमसी नेता मदन मित्रा (Madan Mitra) ने कहा कि अगर ये हादसा गुजरात में होता तो 'गोधरा कांड' हो जाता. मित्रा ने कहा कि जिस तरह से उन्हें धक्का मारा गया, ये एक अच्छे ट्रेन्ड शख्स का काम है. मैं चाहता हूं कि नए DG को हटाया जाए.


नंदीग्राम में ममता पर हुआ हमला!


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बुधवार को नंदीग्राम सीट से नामंकन दाखिल करने के बाद ममता बनर्जी ने अपने ऊपर हमला होने का आरोप लगाया था. उन्होंने बताया कि मंदिर से लौटते वक्त 4 से 5 लोगों ने कार के दरवाजे को धक्का दिया. इस हादसे में उनका पैर कार के दरवाजे में फंस गया और उन्हें चोट लग गई. सीएम ममता ने कहा, 'यह हादसा नहीं बल्कि एक साजिश है. उस वक्त मेरे साथ प्रशासन का कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था.'


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किसी ने नहीं दिया धक्का: चश्मदीद


इस हादसे के वक्त छात्र सुमन मैती मौके पर मौजूद थे. उनका कहना है कि जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यहां पहुंचीं, तब उनको देखने के लिए भीड़ जमा हो गई और लोग उन्हें घेरकर खड़े हो गए. इस दौरान उन्हें गर्दन और पैर पर चोट लगी. किसी ने उन्हें धक्का नहीं दिया. उनकी कार धीरे-धीरे चल रही थी.'


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विपक्ष ने आरोपों को किया खारिज


वहीं विपक्ष ने ममता के साजिश के आरोपों को खारिज कर दिया और उनसे पूछा कि आखिर Z+ सुरक्षा घेरे में कैसे बाहरी लोग घुस गए. बंगाल बीजेपी उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि इस स्टंट के जरिए ममता सहानुभूति पैदा करने की कोशिश कर रही हैं. जब इस बारे में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी से बात की तो उन्होंने कहा कि ममता ने चुनावी मुश्किलों को भांपते हुए इस पब्लिक स्टंट की योजना बनाई है.


इतिहास में दर्ज है 'गोधरा कांड'


गुजरात के इतिहास में गोधरा कांड (27 फरवरी 2002) किसी कालिख की तरह दर्ज है. इस दिन गोधरा रेलवे स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस के एक डिब्बे को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया था. इस घटना में अयोध्या से लौट रहे 59 कारसेवकों की मौत हो गई थी, जिसके बाद गुजरात में दंगे भड़क उठे थे. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इन दंगों में कुल 1044 लोग मारे गए, जिनमें 790 मुसलमान और 254 हिंदू थे.


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