Toolkit Case साजिश का `पक्का` सबूत! सामने आई Disha Ravi और Greta Thunberg की सीक्रेट चैट
टूलकिट केस (Toolkit Case) में पुलिस की छानबीन में बड़े खुलासे हो रहे हैं. दिशा रवि (Disha Ravi) और ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) की एक और सीक्रेट चैट सामने आई है, जिससे पता चलता है कि Toolkit कितनी बड़ी साजिश का `पक्का` सबूत है.
नई दिल्ली: टूलकिट केस (Toolkit Case) में दिशा रवि (Disha Ravi) और ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) की नई चैट सामने आई है. ये चैट ग्रेटा थनबर्ग द्वारा टूलकिट अपलोड करने के बाद की है, हालांकि बाद में ग्रेटा ने टूलकिट डिलीट कर दिया था. ग्रेटा थनबर्ग ने जो टूलकिट लीक किया वो कितनी बड़ी साजिश का हिस्सा था वो ग्रेटा और दिशा रवि के बीच हुई चैट से पता चलता है. जो नई चैट सामने आई है उसमें ग्रेटा थनबर्ग, दिशा रवि से अपना डर जता रही हैं. ये चैट ठीक उसी दौरान की है जब हम इन्हें DNA में एक्सपोज कर रहे थे. दोनों के बीच रात 9 बजकर 25 मिनट पर बातचीत शुरू होती है, आइए जानते हैं दोनों के बीच क्या बातचीत हुई-
ग्रेटा-दिशा की नई चैट
समय- 9:25 PM
ग्रेटा थनबर्ग- इसे दुरुस्त करना बेहद जरूरी है. मुझे इसकी वजह से काफी दिक्कत होगी. अब ये मामला काफी बिगड़ रहा है.
समय- 9:25 PM
दिशा रवि- Shit...Shit
समय- 9:25 PM
दिशा रवि- तुम्हें भेज रही हूं.
समय- 9:35 PM
दिशा रवि- ओके. क्या ऐसा हो सकता है कि तुम टूलकिट को ट्वीट ना करो? हमें कुछ देर तक इस पर चुप रहना होगा. मैं वकीलों से बात करने जा रही हूं. इसमें हमारे नाम लिखे हुए हैं. इसकी वजह से हमें UAPA का सामना करना पड़ सकता है.
समय- 9:39 PM
दिशा रवि- क्या आप ठीक हो?
समय- 9:40 PM
ग्रेटा थनबर्ग- मुझे कुछ तो लिखना होगा.
समय- 9:40 PM
दिशा रवि- क्या तुम मुझे 5 मिनट दे सकती हो? मैं वकीलों से बात कर रही हूं.
समय- 9:41 PM
ग्रेटा थनबर्ग- इस तरह के नफरती आंदोलन कई बार होते हैं. और ये बड़े हो जाते हैं.
समय- 9:41 PM
दिशा रवि- क्या तुम मुझे 5 मिनट दे सकती हो? मैं वकीलों से बात कर रही हूं.
समय- 9:41 PM
दिशा रवि- मुझे अफसोस है. हम इसलिए घबरा रहे हैं क्योंकि यहां हालात बिगड़ रहे हैं.
समय- 9:41 PM
दिशा रवि- हमारी कोशिश रहेगी कि तुम तक आंच ना पहुंचे.
समय- 9:41 PM
दिशा रवि- अभी हमें सोशल मीडिया से दूर रहना चाहिए.
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टूलकिट केस (Toolkit Case) में 10 बड़े खुलासे
1. शांतनु किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली में मौजूद था.
2. शांतनु 20-27 जनवरी तक टीकरी बॉर्डर पर मौजूद था.
3. दिशा रवि ने WhatsApp पर 10 लोगों का ग्रुप बनाया था.
4. International farmar strike नाम से ग्रुप बनाया.
5. भारत में दंगे कराने की ISI की अंतरराष्ट्रीय साजिश.
6. पाकिस्तानी दूतावासों की खालिस्तानी आतंकियों के साथ बैठक.
7. साजिश में भारत के कुछ ऑनलाइन न्यूज पोर्टल शामिल-सूत्र
8. जूम के साथ WhatsApp को दिल्ली पुलिस की चिट्ठी
9. जूम से पुलिस ने पूछा- 11 जनवरी की मीटिंग में कौन-कौन थे?
10. किसान आंदोलन में हो रही फंडिंग की जांच करेगी दिल्ली पुलिस.
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