Toolkit Case: जूम मीटिंग में पहचान छुपाकर बैठे थे 70 लोग, इन 5 की हुई पहचान
Advertisement
trendingNow1849240

Toolkit Case: जूम मीटिंग में पहचान छुपाकर बैठे थे 70 लोग, इन 5 की हुई पहचान

टूलकिट मामले (Toolkit Case) की जांच कर रही दिल्ली पुलिस को धीरे-धीरे सफलता मिलती जा रही है. पुलिस की छानबीन में अब मो धालीवाल के अलावा अनीता लाल का नाम भी सामने आया है.

टूलकिट मामले में आरोपी दिशा रवि, मो धालीवाल और निकिता जैकब

नई दिल्ली: टूलकिट मामले (Toolkit Case) की जांच कर रही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के मुताबिक इसे बनाने के लिए जूम मीटिंग की गई थी. इस मीटिंग में करीब 70 लोग शामिल थे. इनमें से अधिकतर लोगों ने अपनी पहचान छिपा रखी थी यानी कि बिना नाम बताए वे इस मीटिंग को अटैंड कर रहे थे. 

  1. मो धालीवाल और अनीता लाल की हुई पहचान
  2. गूगल ने अब तक नहीं दी जानकारी
  3. हम किसान आंदोलन के साथ- हरीश रावत

मो धालीवाल और अनीता लाल की हुई पहचान

पुलिस (Delhi Police) के मुताबिक इस मामले में पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन के संस्थापक मो धालीवाल (MO Dhaliwal) और सह-संस्थापक अनीता लाल (Anita Lal) की पहचान हो गई है. वहीं निकिता जैकब (Nikita Jacob), शांतनु (Shantanu) और दिशा रवि (Disha Ravi) की पहचान पहले ही कर ली गई थी. बाकी आरोपियों की पहचान की कोशिश की जा रही है. इसके लिए शांतनु और निकिता की गिरफ्तारी की जरूरत है. 

गूगल ने अब तक नहीं दी जानकारी

पुलिस (Delhi Police) के मुताबिक किसान हिंसा में टूलकिट तैयार करने और शेयर करने वाले सभी लोगों के बारे में गूगल से जानकारी मांगी गई थी. लेकिन उसने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की साइबर यूनिट को अब तक गूगल के जवाब का इंतजार है. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने टूलकिट को गूगल  doc पर शेयर किया था. 

हम किसान आंदोलन के साथ- हरीश रावत

उधर टूलकिट मामले  (Toolkit Case) में आरोपी दिशा रवि की गिरफ्तारी पर विपक्षी नेताओं ने आलोचना की है. कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि इस मामले को हवा देकर सरकार अपने कुकर्मों को छिपा रही है. मैं समझता हूं कि विवेकशील लोग इसका विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि हम किसान आंदोलन के साथ हैं और उनके पीछे खड़े रहेंगे. 

LIVE TV

दिशा रवि के केस में दम नहीं- उदित राज

कांग्रेस के दूसरे नेता उदित राज ने कहा कि इस सरकार में जज और न्यायपालिका सभी समझौता कर चुके हैं. इसीलिए बिना किसी विवाद के दिशा रवि को जेल भेज दिया गया. उन्होंने कहा,'दिशा रवि के केस में कोई दम नहीं  है कि उसे जेल भेजा जाए. अगर हम मान भी लें, कि उस मीटिंग में खालिस्तानी था, तो क्या हो गया. लिंक से कोई भी जुड़ सकता है, बातों से क्या कुछ भी कर सकता है.'

फर्जी ट्वीट करते हैं पीएम मोदी- उदित राज

उदित राज ने कहा,'जांच करना अलग बात है लेकिन प्राकृतिक न्याय होना चाहिए. कोरेगांव केस में फर्जी आरोपों में लोग जेलों में सड़ रहे हैं. यदि कोई देश तोड़ने का काम कर रहा है वो बीजेपी का IT सेल कर रहा है. पीएम के ट्वीट 60-65 प्रतिशत फर्जी हैं. अमित मालवीय को ही देखिए. वह कितने फर्जी ट्वीट करता है.'

ये भी पढ़ें- Farmer's Protest : दिल्ली पुलिस ने उठाया Toolkit Case की हर साजिश से पर्दा, ये चेहरे हुए बेनकाब

लाल किले जैसी घटना की निंदा- के सी त्यागी

जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा,'हम लाल किले जैसी हर घटना की निंदा करते हैं. कोई भी अलगाववादी संगठन का तालमेल किसान आंदोलन को कमजोर करता है, उनको ऐसे ग्रुप से दूर रहना चाहिए. प्रोटेस्ट करना, असहमत होना चाहिए. इस पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं होना चाहिए.'

VIDEO

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news