Rajasthan Rajya Sabha Elections Candidates: कांग्रेस (Congress) द्वारा राजस्थान से राज्यसभा की 3 सीटों के लिए अगले महीने होने जा रहे चुनाव में 'बाहरी' नेताओं को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर 'ट्विटर वॉर' शुरू हो गया है. इसमें मुख्य रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) के सलाहकार एवं निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा (Sanyam Lodha) ने कांग्रेस आलाकमान (Congress high command) से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है.


कांग्रेस संकल्प हैशटेग के साथ ट्वीट


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कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद लोढ़ा ने हैशटैग 'कांग्रेस संकल्प' के साथ ट्वीट किया. कहा कि कांग्रेस पार्टी को यह बताना चाहिए कि राजस्थान के किसी भी कांग्रेस नेता/कार्यकर्ता को राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाने के क्या कारण हैं? राजस्थान की 4 राज्यसभा सीटों के लिए 10 जून को चुनाव होंगे. कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक (Mukul Wasnik), प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) और रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) को, जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवारी को टिकट दिया है.


बीजेपी ने किया कटाक्ष


कांग्रेस के पूर्व नेता लोढ़ा को 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में किस्मत आजमाई और जीत भी दर्ज की. भाजपा के मुखर नेता और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने लोढ़ा के ट्वीट पर कटाक्ष करते हुए लिखा कि मेरे मित्र, सदन में आपने कहा था कि आप गांधी-नेहरू परिवार (Gandhi-Nehru family) के गुलाम हैं और हमेशा गुलामी करना चाहते हैं. गुलाम को सवाल पूछने का हक किसने दिया?


कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार बाहरी


राठौड़ ने कहा कि बाहरी लोगों को राज्यसभा चुनाव का टिकट देने का दर्द आपसे बेहतर कोई नहीं जान सकता, क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने आपको हर बार टिकट से वंचित रखा है. लोढ़ा ने एक वीडियो बयान जारी कहा कि 'बाहरी' उम्मीदवारों के चयन से स्थानीय कार्यकर्ता नाउम्मीद हुए हैं और पार्टी को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान के तीनों उम्मीदवार प्रदेश के बाहर से चुने हैं. प्रत्याशी तय करना पार्टी का अधिकार है, लेकिन राजस्थान के किसी भी कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता को प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से राज्य के लोगों में गहरी निराशा है. कार्यकर्ता नाउम्मीद हुए हैं.


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सीएम के सलाहकार ने कही ये बात


लोढ़ा ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी से गुजारिश करता हूं कि वह पुनर्विचार करे और राजस्थान के किसी भी कांग्रेस नेता या कार्यकर्ता को राज्यसभा में जाने का मौका दे. ऐसा न करने पर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत की संभावनाओं को भारी आघात लगेगा. वहीं, मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इसे लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. प्रदेश भाजपा (BJP) के प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में तीनों बाहरी उम्मीदवार उतारकर राजस्थान के बाशिंदों को आहत किया है. कांग्रेस के अंदर योग्य व्यक्तियों की कोई कदर नहीं है, जो पार्टी की मौजूदा हालात का प्रमुख कारण है.


10 जून को होना है चुनाव


बता दें कि राजस्थान से राज्यसभा की 10 सीटें हैं, जिन पर फिलहाल भाजपा के सात और कांग्रेस के तीन सदस्य काबिज हैं. राजस्थान से कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सदस्यों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh), पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) और नीरज डांगी शामिल हैं. इनमें से केवल डांगी ही राजस्थान के निवासी हैं. राज्यसभा की चार राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव 10 जून को होगा. 
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