हैदराबाद: हैदराबाद के एक कैब ड्राइवर को अपना सिर मुंडवाना भारी पड़ गया. सिर मुंडवाने के अगले दिन जब वह अपनी कैब लेकर निकलने लगा तो गाड़ी में लगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने उसे पहचानने से इनकार कर दिया. उसने अलग-अलग एंगल से फोटो क्लिक कर लॉग इन करने की कोशिश की लेकिन वह विफल रहा. 


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने नहीं पहचाना


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न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद (Hyderabad) में रहने वाले श्रीकांत (Srikanth) उबर (Uber) की कैब चलाते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक कुछ हफ्ते पहले श्रीकांत ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थान में देवता को चढ़ाने के लिए अपने बाल मुंडवा लिए थे. इसके अगले दिन श्रीकांत गाड़ी निकालकर काम पर निकले. जब उन्होंने कार में लगे उबर कंपनी के इंटरनल पोर्टल पर लॉग इन करने की कोशिश की तो सिर-दाढ़ी के बाल साफ होने की वजह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया.


सॉफ्टवेयर ने श्रीकांत को कर दिया बैन


हैरान-परेशान श्रीकांत (Srikanth) ने अलग-अलग एंगल से फोटो खींचकर लॉग इन करने की कोशिश की लेकिन कार में लगे इंटेलिजेंस सिस्टम ने उन्हें नहीं पहचाना. लगातार कई बार कोशिश करने की वजह से सॉफ्टवेयर ने श्रीकांत को बैन कर दिया. 


अभी तक नहीं हुआ है समाधान


इस घटना को एक महीने से अधिक समय हो चुका है और श्रीकांत (Srikanth) तब से बेरोजगार हैं. उनका कहना है कि उन्होंने उबर (Uber) कंपनी को गंजा होने से पहले और बाद के फोटो समेत तमाम दस्तावेज जमाकर शिकायत की लेकिन उनकी कंप्लेंट पर अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है. 


'कंपनी के कई चक्कर काट चुका हूं'


श्रीकांत ने कहा,'मैं कई बार उबर कार्यालय जा चुका हूं. इसके बावजूद वे मुझे बिना कोई कारण स्पष्ट किए दोबारा से ड्राइवर के रूप में बहाल करने से इनकार कर रहे हैं. मैं अपनी शिकायत के समाधान के लिए एक से दूसरे दफ्तर के बीच दौड़ रहा हूं लेकिन मेरी समस्या का कोई हल नहीं हो रहा. मेरा पूरा परिवार मेरी रोजी पर निर्भर है. अगर कंपनी ने मदद नहीं की तो मेरा परिवार भूखा मर जाएगा.' 


2019 में उबर कंपनी को ज्वॉइन किया


हैदराबाद (Hyderabad) निवासी श्रीकांत ने वर्ष 2019 में उबर को ज्वॉइन किया था. वह अब तक लगभग 1,428 ट्रिप पूरे कर चुके हैं और ऐप पर उनकी 5.67 स्टार रेटिंग है. इंडियन फेडरेशन ऑफ ऐप बेस्ड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स के महासचिव शेख सलाउद्दीन (Shaik Salauddin) ने उनकी यह पीड़ा उजागर की, जिसके बाद यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. 


 



'उबर ने श्रीकांत की दलीलें नहीं सुनी'


सलाउद्दीन ने कहा कि उबर (Uber) ने श्रीकांत की दलीलों को नजरअंदाज कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह केवल अकेले श्रीकांत की समस्या नहीं है. किसी भी ऐप बेस्ड ट्रांसपोर्ट कंपनी ने शिकायतों के समाधान के लिए अपने कंप्लेंट सेल नहीं खोले हैं. ऐसे में कोई समस्या आने पर कैब ड्राइवर एक जगह से दूसरी जगह चक्कर काटते रहते हैं और आखिर में थककर बैठ जाते हैं. 


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मामले पर उबर कंपनी ने दी प्रतिक्रिया


इस बीच, सोशल मीडिया पर आलोचना होने के बाद उबर इंडिया (Uber)  ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है. कंपनी ने कहा कि ड्राइवर ने इस संबंध में हमारे पार्टनर सेवा केंद्र पर विजिट की थी. जहां पर उसे बताया गया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ओर से पहचान न होने के कारण उनका रजिस्ट्रेशन कैंसल कर दिया गया है. उबर ने सलाह दी कि यदि लॉग इन में दिक्कत आ रही है तो वे सेल्फी वेरिफिकेशन के लिए दोबारा से उबर पार्टनर सेवा केंद्र पर जा सकते हैं और वहां पर मैन्युअल तरीके से अपना प्रोफाइल बदलवा सकते हैं. 


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