महाराष्ट्र: कैबिनेट विस्तार के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा, 'आज शपथ लेने के बाद पहली बार कैबिनेट मीटिंग हुई. मैंने सभी को शुभेच्छा दी है. पोर्टफोलियो के बारे में सब कुछ तैयार है. कल या परसों तक उनके विभागों का बंटवारा हो जाएगा. जिनका दो लाख के ऊपर कर्ज है, उनके लिए अलग योजना बना रहे हैं जिससे उन्हें भी फायदा मिल सके.'


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वहीं कांग्रेस नेता पर राज्यपाल की नाराजगी की खबरों पर उद्धव ने कहा, 'शपथ लेते वक्त उत्साह होता है, राज्यपाल ने नियम के अनुसार शपथ लेने के लिए कहा. मेरे पास कोई नाराजगी नहीं आई है. कुछ मर्यादा है.' वंशवाद और परिवारवाद की राजनीति पर उद्धव ने कहा है कि हम जो करते हैं, खुलकर करते हैं. गृह मंत्रालय एनसीपी के पास गया तो क्या फर्क पड़ता है. मंत्रिमंडल के विस्तार से कोई नाराज नहीं है. 


उन्होंने कहा कि जब हम साथ में मिलकर सरकार चला रहे हैं तो किसी के पास कौन सा मंत्रालय है, ये बड़ा मुद्दा नहीं है. एक तरह से उद्धव ने साफ संकेत दिए कि गृह मंत्रालय NCP के पास ही जा रहा है. संजय राउत और सुनील राउत की नाराजगी पर उद्धव ने कहा कि एक पार्टी में बहुत कुछ होता रहता है. मेरे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आयी है सुनील राउत और संजय राउत को लेकर. संजय राउत के शपथ समारोह में शामिल नहीं होने के सवाल पर उद्धव ने कहा कि वो शपथ समारोह में नहीं आए तो इसका मतलब कुछ भी मत समझो.


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वहीं कांग्रेस नेता असलम शेख पर भी उद्धव ठाकरे ने बयान दिया. दरअसल कांग्रेस के असलम शेख इस वक्त ठाकरे सरकार में मंत्री हैं और असलम शेख पर बीजेपी ने आरोप लगाते हुए पूछा है कि ये ठाकरे सरकार में मंत्री कैसे हो सकते हैं. शेख ने आतंकी याकूब मेनन की “मर्सी पिटीशन” पर साइन किया था. 


इस  मुद्दे पर ठाकरे ने कहा कि फिर तो भाजपा के बारे में भी जानकारी निकालना पड़ेगा कि उन्हें किसने-किसने समर्थन दिया है.