महाराष्‍ट्र में एक बार फिर खासतौर पर मुंबई में उद्धव ठाकरे की शिवसेना का जलवा देखने को मिला. लोकसभा चुनावों में बीजेपी-शिवसेना की महायुति को पछाड़ने के बाद उद्धव ठाकरे ने विधान परिषद की चार सीटों पर हुए चुनावों में 2 सीटों पर जीत हासिल की है. अब सभी चार सीटों के चुनाव परिणाम आ गए हैं. इनमें शिवसेना के किशोर दराडे ने महाराष्ट्र विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव में नासिक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र पर जीत हासिल की. एक निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दराडे ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी विवेक कोल्हे (निर्दलीय) को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी और 63,151 वैध मतों में से जीत के लिए पर्याप्त मत हासिल किए. नासिक शिक्षक को छोड़कर अन्य तीन सीट के परिणाम सोमवार को घोषित किए गए. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुंबई स्नातक, कोंकण स्नातक, मुंबई शिक्षक और नासिक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 26 जून को मतदान हुआ था. शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल परब ने सोमवार को भाजपा के किरण शेलार को हराकर मुंबई स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से महाराष्ट्र विधान परिषद का चुनाव जीता. परब को 44,784 वोट मिले, जबकि शेलार को 18,772 वोट मिले. शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार जेएम अभ्यंकर ने मुंबई शिक्षक सीट से जीत हासिल की. ​​उन्हें 11,598 वैध मतों में से 4,083 मत मिले.


कोंकण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के निरंजन दावखरे ने कांग्रेस के रमेश कीर को हराया. दावखरे को 1,00,719 वोट मिले जबकि कीर को 28,585 मत मिले.


OPINION: LoP राहुल ने ओपनिंग पारी में की 'स्‍ट्राइक', पीएम मोदी के 'तगड़े' काउंटर का सबको इंतजार!


उद्धव को बढ़त!
वैसे देखा जाए तो मुकाबला बराबरी पर छूटा है क्‍योंकि सत्‍तारूढ़ महायुति की तरफ से बीजेपी और शिवसेना को एक-एक सीट मिली है और वहीं विपक्षी महाअघाड़ी की तरफ से उद्धव ठाकरे की शिवसेना को 2 सीटें मिली हैं. इससे अब आगामी 11 विधान परिषद की सीटों पर होने जा रहे चुनावों को देखते हुए ये कहा जा रहा है कि इस कामयाबी के साथ ही उद्धव का मनोबल बढ़ेगा. ऐसा इसलिए भी क्‍योंकि एक तरफ तो मुंबई की इन दो सीटों पर उद्धव ने जीत हासिल की वहीं लोकसभा चुनाव में मुंबई की छह सीटों में से जो चार सीटें महाविकास अघाड़ी ने जीती थीं उनमें से तीन पर कामयाबी उद्धव की पार्टी को मिली थी और एक पर सहयोगी कांग्रेस जीती थी. 


Siraj ud-Daulah: वो शख्‍स जिसे हिंदुस्‍तान का अंतिम आजाद नवाब कहा गया


उद्धव के लिए इसलिए भी जीत बड़ी है क्‍योंकि उन्‍होंने विधान परिषद को बहुत ही आक्रामक अंदाज में लड़ा. उन्‍होंने सबसे पहले अपने प्रत्‍याशियों का ऐलान किया और मुंबई की दोनों सीटों पर उनका मुकाबला सीधा बीजेपी से था. जिसको हराने में उनको कामयाबी मिली.