Uddhav Thackeray on Governor Koshyari: `बाप-बाप होता है, नया या पुराना नहीं होता` राज्यपाल कोश्यारी पर क्यों इतना भड़क गए उद्धव?
Shiv Sena leader Uddhav Thackeray: ठाकरे ने कोश्यारी पर तंज कसते हुए उन्हें अमेजन का पार्सल बता डाला. उन्होंने कहा, `कुछ दिन इंतजार करेंगे और अगर ये अमेजन का पार्सल अगर वापस जाता है तो अच्छा है, नहीं तो उसे वापस भेजना पड़ेगा.`
Uddhav Thackeray on BJP: उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से ये सरकार आई है लगातार महाराष्ट्र का अपमान किया जा रहा है. इस सरकार में एक-एक करके कंपनियां बाहर जा रही हैं. ठाकरे ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, 'मैं उन्हें राज्यपाल नहीं कहूंगा क्योंकि राज्यपाल के पद का आदर करना चाहिए और मैं करता भी हूं. लेकिन कोश्यारी बार-बार महाराष्ट्र का अपमान कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले उन्होंने सावित्री बाई फुले के बारे में बयानबाजी की थी. उसके पहले मुंबई के ठाणे में रहने वाले मराठी लोगों का अपमान किया था. अब तो हद हो गई है, हमारे देव तुल्य क्षत्रपति शिवाजी महाराज को उन्होंने पुराने आदर्श कहकर उनका उल्लेख किया है.' उद्धव ने सवाल पूछने के अंदाज में कहा, 'ये पुराना आदर्श क्या होता है? इसलिए कोल्हापुर के हमारे जिला प्रमुख ने अच्छा मिसाल देते हुए कहा कि बाप तो बाप होता है. नया बाप-पुराना बाप ये क्या चीज होती है? तो ऐसे जो लोग होते हैं, इनको तुरंत यहां से हटाना चाहिए.'
ठाकरे यहीं नहीं रुके, उन्होंने कोश्यारी पर तंज कसते हुए उन्हें अमेजन का पार्सल बता डाला. उन्होंने कहा, 'कुछ दिन इंतजार करेंगे और अगर ये अमेजन का पार्सल अगर वापस जाता है तो अच्छा है, नहीं तो उसे वापस भेजना पड़ेगा. कोई काबिल व्यक्ति महाराष्ट्र में इस स्थान पर आना चाहिए. अन्यथा हमें कुछ न कुछ करना पड़ेगा.'
'बीजेपी न्याय व्यवस्था को भी अपने हाथ में लेना चाहती है'
किरण रिजिजू पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि कानून मंत्री किरण रिजिजू ने हाल ही में आशंका जताई है कि जस्टिस की नियुक्ति में पारदर्शिता नहीं होती है. ठाकरे ने आगे कहा, 'रिजिजू के मुताबिक जस्टिस को नियुक्त करने का अधिकार प्रधानमंत्री के पास होना चाहिए. मतलब पूरी न्याय संस्थाओं को भी अपने हाथ में लेना चाहते हैं. इसका विरोध तो होना ही चाहिए. इस पर कोर्ट की तरफ से भी कार्रवाई होनी चाहिए.'
उन्होंने चुनाव आयोग पर बात करते हुए कहा, 'सुप्रीम कोर्ट में आयोग को लेकर एक केस चल रहा है. इस केस में न्यायमूर्ति ने कहा है कि इलेक्शन कमिश्नर कैसे नियुक्त किया जाता है, इस पर भी चर्चा होना चाहिए. उसका कोई सिस्टम होना चाहिए. इसी तरीके से गवर्नर या राज्यपाल की नियुक्ति पर भी उन्होंने सवाल किया.'
कोश्यारी की बात में क्या बीजेपी की विचारधारा शामिल है?
ठाकरे ने कहा कि वर्तमान में जो भी सरकार केंद्र में होती है वो अपनी मर्जी से अपने व्यक्ति को राज्यों में राज्यपाल बनाकर भेज देती है, ऐसे ही कोश्यारी जी को भी भेजा है. उन्होंने कहा कि अभी कोश्यारी जी ने जो भी बात कही है क्या वो बीजेपी की विचारधारा है?
उद्धव ठाकरे ने बसवराज बोम्मई पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने हमारे 40 गांवों पर दावा किया है. उन्होंने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं कि क्या महाराष्ट्र में लोग नहीं रहते हैं. क्या उनका स्वाभिमान नहीं है? क्या ऐसे ही कोई भी आएगा और हमारे खिलाफ कुछ बोलकर चला जाएगा?' ठाकरे ने आगे कहा कि क्या केंद्र की सरकार बोम्मई के दावे के साथ खड़ी है?
'अब बर्दाश्त नहीं होगा'
ठाकरे ने कहा कि ये बर्दाश्त नहीं होगा. इसलिए अब समय आ गया है कि हम बाहर निकलें. अगर अभी हम इन बातों की अनदेखी करते हैं तो आगे चलकर हमें और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. मैं सभी से अपील करता हूं कि चलो, पार्टी बाद में है, महाराष्ट्र पहले है. महाराष्ट्र रहेगा तो पार्टी रहेगी. राज्य की अस्मिता और उसके स्वाभिमान को ठेस पहुंचती है तो हमें एकत्रित होकर उसका विरोध करना चाहिए.